मण्डार। यदि किसान का ट्रांसफार्मर जलता है तो उसमें गवर्नमेंट की पूर्ण जिम्मेदारी है कि तीन दिन के अन्दर नया ट्रांसफार्मर प्रदान करें, लेकिन दुःख कि बात है की मण्डार क्षेत्र के किसानों को 8-9 दिन-दिन तक चक्कर काटने पडते है। इससें किसानो कि फसलें नष्ट हो जाती हैं, इस लचर व्यवस्था को सुधारा जाएं।
भारतीय किसान संघ तहसील मंडार की मासिक बैठक मण्डार तहसील अध्यक्ष दिनेश चौधरी की अध्यक्षता व जि.का.स प्रताप पुरोहित के मार्गदर्शन व तह.मंत्री भंवरलाल के सानिध्य में आयोजित हुई। जिसमें किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला कलक्टर के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार कार्यालय मण्डार को सौंपा।
जिसमें निम्न मुख्य मांगें रखी गई-
1. रेवदर तहसील को भी अकालग्रस्त (सूखा) घोषित किया जाए, सरकार द्वारा किसानों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार से किसानो में आक्रोश है। यह आने वाले समय में सरकार के हित में नहीं है अतः सरकार तुरंत प्रभाव से किसानों को आर्थिक मदद करें।
2. यदि किसान का ट्रांसफार्मर जलता है तो उसमें गवर्नमेंट की पूर्ण जिम्मेदारी है कि तीन दिन के अन्दर नया ट्रांसफार्मर दे दिया जाये लेकिन दुःख कि बात है की मण्डार क्षेत्र के किसानों को 8-9 दिन-दिन तक चक्कर काटने पडते है। इससें किसानो कि फसलें नष्ट हो जाती हैं, इस लचर व्यवस्था को सुधारा जाएं।
3. मंडार क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कों पर नवीन डामरीकरण करवाया जाएं।
4. मंडार से रायपुर सड़क के नवीनीकरण के साथ ही सोनाणी गांव में बस स्टेशन पर विद्यालय के सामने सडक पर पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करवाई जाएं।
5. जेतावाडा से मोरवड़ा तक डामरीकरण सड़क बनाई जाएं।
6. किसानों को बिजली कनेक्शन की डिमांड राशि जमा होने के डेढ,दो साल उपरांत भी किसानों को कनेक्शन उपलब्ध नहीं हुए हैं इससें किसानों में भारी रोष है। यह आने वाले समय में विद्युत विभाग एवं सरकार के हित में नहीं होगा। तुरंत कनेक्शन प्रदान किए जाएं।
7. किसानों के कृषि कुएं पर घरेलू कनेक्शन हेतु जिनकी डिमांड राशि जमा हो चुकी हैं व वंचित है उन्हें तुरन्त प्रभाव से घरेलु कनेक्शन देकर किसानों को राहत प्रदान करावे।
यदि किसानों कि इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो किसान आंदोलन की राह पर उतरने को मजबूर होगा जो सूचित रहे।
इस दौरान बैठक में मण्डार तह.अध्यक्ष दिनेश चौधरी जेतावाडा, जि.का.स.प्रताप पुरोहित, तह.मंत्री भंवर लाल,मणीलाल पुरोहित, मोती राम चौधरी व कई किसानों ने भाग लिया।