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अनादरा। आज किसान शक्ति दल के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह सोलंकी की अध्यक्षता में किसानों की बैठक का आयोजन अनादरा में मधुवन रेस्टोरेंट के प्रांगण में किया गया। आयोजित बैठक में अनादरा, गुलाबगंज, मालगांव, हाथल, हडमतिया, ठेका मजरा, होलागरा, आंबला खेड़ा, खरुआडा सहित आसपास के किसानों ने भाग लिया। बैठक में किसानों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई कि किसानों द्वारा कई बार मांग करने के बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा ग्रामदानी गांवों के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नहीं मिलने पर भारी रोष जताया। किसानों द्वारा पूर्व में भी जिला कलक्टर के मार्फत तथा विभिन्न मंचों पर बड़े अधिकारियों, मंत्रियों से प्रार्थना पत्र देकर मांग की गई पर आज तक किसी स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं होने से किसानों में भारी रोष है। जो कभी उग्र आंदोलन का रुप ले सकता है, इस दौरान ग्रामदानी गांवों की खातेदारी जमीन को ऑनलाइन करने की मांग की गई। किसानों ने बताया कि अनादरा ,हाथल, असावा, टोकरा, इत्यादी ग्रामदानी गांवों में पिछले कई वर्षों से ग्रामदानी कार्यकारिणी व अध्यक्ष पद भंग करके रेवदर तहसीलदार को प्रशासक पद पर लगाया गया हैं। अनादरा में तो पिछले करीब एक दशक से प्रशासक लगे हुए हैं जिससे किसानों को छोटे-मोटे काम के लिए भी रेवदर जाना पड़ता है। किसानों ने ग्रामदानी अध्यक्ष के शीघ्र चुनाव करवाने की मांग की साथ ही किसानों ने भारी विद्युत कटौती होने से तथा बार-बार ट्रिपिंग आने व बहुत कम वोल्टेज देने से या तो मोटरें पानी नहीं निकालती है तथा मोटरें जलने से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। किसान राजाराम कलबी व ओबाराम कलबी ने आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए आस-पास की गौशाला में आवारा गाय व बैलों भेजने की मांग की। किसान सदा राम गरासिया ने ठेका मजरा में पशुपालकों की बकरियों को चीते द्वारा मारे जाने से आर्थिक नुकसान को रोकने की मांग की उन्होंने बताया कि चीता जंगल से आकर बाबूराम गरासिया की छह बकरी, सोमाराम की एक बकरी, रमेश की तीन बकरियों का शिकार कर गया है इस पर वन विभाग से कार्यवाही की मांग की। इस अवसर पर अर्जुन सिंह बीका, रराजूभाई देवासी ,नैनमल रावल गुलाबगंज, धुडसिंह ,सरपंच प्रतिनिधि राजेन्द्र सिंह, वली मोहम्मद, ओबाराम कलबी, राजाराम कलबी,गणेश मेघवाल,भोपाल सिंह राव, राजाराम माली, प्रकाश माली, सरदाराम गरासिया, सोमाराम, प्रकाश हाथल, मुकेश मेघवाल, नूरमोहम्मद, लक्ष्मणराम गरासिया,करण सिंह, रमेश हिरागर, हंसाराम कोली, नरसाराम गरासिया, मेघाराम सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।