रेवदर। एक बेटी के पढ़ने से दो परिवार विकसित होते हैं। उपखंड स्थित मातुश्री शांताबा हजारीमलजी के.पी. संघवी राजकीय महाविद्यालय रेवदर में गृह विज्ञान विषय की अतिथि शिक्षक सुश्री मानसी भाटी द्वारा लिखित पुस्तक ‘ रूरल क्रेडिट एंड वूमन सेल्फ हेल्प ग्रुप ‘ का विमोचन जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित द्वारा किया गया।
यह पुस्तक ग्रामीण क्षेत्र में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लघु ऋण से किए जा रहे महिला सशक्तिकरण पर किया गया शोध है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अर्जुन पुरोहित ने कहा कि पुस्तक की लेखिका और व्याख्याता मानसी भाटी सिरोही जिले की बालिकाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं। सभी माता-पिता को अपनी बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सहयोग करना चाहिए। एक बेटी के पढ़ने से दो परिवार विकसित होते हैं।
शोध अध्येता मानसी भाटी ने कहा कि इस पुस्तक का लेखन मेरे माता-पिता के विश्वास , शिक्षकों के मार्गदर्शन और रेवदर महाविद्यालय के स्टाफ साथियों के सहयोग से संभव हो पाया है। मैं यहां उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों से अनुरोध करना चाहूंगी कि बेटियों को बेटों के समान ही पढने और आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराएं। महाविद्यालय के प्राचार्य गोविंद नैनीवाल ने इस पुस्तक के प्रकाशन पर लेखिका व उनके परिवार को बधाई देते हुए कहा कि रेवदर महाविद्यालय एक जेंडर संवेदनशील शैक्षणिक संस्थान है किन्तु जेंडर संवेदनशीलता की शुरूआत घर से ही होनी चाहिए। बचपन से ही बेटे एवं बेटियों में भेद नही किया जाना चाहिए। इस अवसर पर अनिल अग्रवाल , प्रवीण दवे , अमराराम मेघवाल , भारताराम देवासी , अर्जुन भाटी , शंकरलाल भाटी , हरीश भाटी , संध्या भाटी , गणेश दरिया , अमित कुमार चंदेल , अशोक कुमार उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य , विष्णुकुमार शर्मा ने किया। कार्यक्रम के अंत में भारत रत्न , स्वर कोकिला लता मंगेशकर को मौन रखकर श्रद्धांजली अर्पित की गई।