जेतावाड़ा। स्थानीय किसान विद्युत विभाग के कार्मिकों की मनमानी से त्रस्त हो गए हैं, जिसकों लेकर जेतावाड़ा गांव में किसानों ने एक मीटिंग का आयोजन किया।
भारतीय किसान संघ के साथ मिलकर सभी किसानों ने व्याप्त समस्याओं लेकर विद्युत विभाग कार्यालय जेतावाड़ा में कनिष्ठ अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा साथ कहा कि यदि समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं किया गया तो होगा आंदोलन। इस दौरान किसानों ने जो समस्याएं एवं मांग बताई उनमें मुख्य रूप से जेतावाडा के सभी क्षेत्र में कम वोल्टेज बिजली आने एवं बिजली की बार-बार कटौती से किसानों को सही गुणवत्ता युक्त बिजली नहीं मिल पा रही हैं। वही जेतावाडा जीएसएस पर जिसकी भी ड्यूटी है उसको पाबंद किया जाए कि वह जीएसएस को छोड़कर कही बाहर ना जाए कई बार जीएसएस पर स्टाफ नहीं होने से कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती हैं।
साथ ही जिसकी समस्त जिम्मेदारी विद्युत विभाग की रहेगी। साथ ही किसानों ने बताया कि जब किसान के खेत पर ट्रांसफार्मर जलता है तो उसमें सरकार की की पूर्ण जिम्मेदारी है वही सरकारी नियमों के अनुसार एवं सरकार के निर्देशों के अनुसार किसानों का ट्रांसफार्मर 72 घंटे के अंदर यानी तीन दिन के अन्दर ट्रांसफार्मर बदल कर नया ट्रांसफार्मर दिया जाये। लेकिन मंडार क्षेत्र में विद्युत विभाग बारह से पंद्रह दिन तक ट्रांसफार्मर नहीं बदलते है एवं किसानों को बार-बार विभाग कार्यालय में धक्के खाने को मजबूर होना पड़ता है साथ किसान को संतुष्टिपुर्ण जवाब भी नहीं मिलता है और न ही समय पर ट्रांसफॉर्मर दिया जाता हैं। प्रतिदिन शाम को लोड सेटिंग के नाम पर 7 से 11 बजे तक कटौती की जाती है उसे भी बंद किया जाए। जेतावाडा जीएसएस पर सभी ड्यूटी करने वाले विभाग कार्मिक लगाएं जाएं क्योंकि ठेकेदार मनमानी करता है व कोई सामान नहीं भी समय पर नहीं देता हैं। यदि किसान के खेत पर ट्रांसफार्मर जलता है तो उसमें गवर्नमेंट की पूर्ण जिम्मेदारी है गवर्नमेंट की गाड़ी आकर नया ट्रांसफार्मर लगाकर पुराने को उठाकर ले जाएंगे यह नियम पुराने समय से बना हुआ है लेकिन पालना नहीं हो रही हैं। कृषि कुंए पर जगह-जगह बिजली के तार ढीले होकर झुल रहे है तथा आए दिन पशु एवं जनहानि हो रही व खतरा बना हुआ है। इन सभी बातों को लेकर ज्ञापन सौंपा।उन्होंने ज्ञापन में बताया कि यदि समय से पहले ऐसी गंभीर मांगों पर जल्द कदम नहीं उठाए जाते हैं तो भारतीय किसान संघ, किसान व आम जन के साथ मिलकर आन्दोलन करने पर मजबूर होगा। इस दौरान भारतीय किसान संघ के मंडार तहसील अध्यक्ष दिनेश चौधरी, वरिष्ठ किसान नेता हीरसिंह बीका, जीवाराम चौधरी, जोइताराम, अशोक कुमार, राजेंद्र, रणजीत सिंह, खंगारा राम, मलसिंह,, रूपा राम, रावताराम, पहाड़ सिंह, इंद्र सिंह, जयंती, माना राम, करमी राम, नरपत सिंह, सहित सैकड़ों किसान बंधु मौजूद थे।