पादर। ग्राम पंचायत पादर में आज सर्वाधिक 130 आवासीय पट्टों का वितरण किया गया।
प्रशासन गांवों के संग शिविर का आज पादर ग्राम पंचायत में आयोजन किया गया। आयोजित शिविर में प्रधान राधिका अर्जुन देवासी का आतिथ्य रहा। सरपंच मरगा देवी देवासी की अध्यक्षता में शिविर आयोजित किया गया। प्रशासन गांवों के संग शिविर, उपखण्ड अधिकारी एवं शिविर प्रभारी रामजीभाई कलबी की उपस्थिति में आयोजित हुआ।
इस दौरान शिविर में विकास अधिकारी, पंचायत समिति रेवदर,मनहर विश्नोई ने शिविर में आए ग्रामीणों को ई-श्रम कार्ड, प्रधानमंत्री मानधन योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना,कोविड टीकाकरण,प्रधानमंत्री आवास सहित कई योजनाओं की जानकारी दी।
सफलता की कहानी
आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में अनुसूचित जनजाति की गजी देवी भील को अपने आवासीय मकान पट्टा प्रदान किया गया। गौरतलब है कि इसी गजी देवी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी प्रदान किया गया हैं। आज गजी देवी भील प्रधानमंत्री आवास के साथ-साथ मकान का पट्टा पाकर गदगद सी हो गई थी।
वही आज आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में प्रधान राधिका अर्जुन देवासी एवं सरपंच मरगा देवी देवासी के हाथों करीब 130 आवासीय पट्टों का वितरण किया गया जो की अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा हैं। वही करीब 35 प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की गई।
आज मालीपुरा गांव के एक किसान की समस्या का खोजा गया समाधान।
आयोजित शिविर में आए मालीपुरा गांव के किसान की समस्या का तहसीलदार जितेंद्र सिंह एवं उपखंड अधिकारी रामजीभाई कलबी ने समाधान निकाला। गौरतलब है कि यह किसान अपने खेत में खड़ी मूंगफली की फसल को खेत से निकालकर उसे बाजार में बेचने के लिए परेशान था। क्योंकि उस किसान के खेत जाने का रास्ता बंद है, मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन ने समाधान का किया वादा, कल हो सकता है किसान की समस्या का समाधान। आज पहली बार उपखंड अधिकारी रामजीभाई कलबी ने जिला कलक्टर भगवती प्रसाद की तर्ज पर विभागों द्वारा लगाई गई हर स्टॉल पर जाकर ली प्रगति रिपोर्ट। सरकारी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा ग्रामीणों को लाभान्वित करने के दिए निर्देश।
आयोजित शिविर में अतिरिक्त विकास अधिकारी भरत सिंह वाघेला ने मंच संचालन किया एवं ग्रामीणों को कई सरकारी योजनाओं की जानकारी दी एवं उनका फायदा उठाने की अपील की। आयोजित शिविर में सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग एवं पंचायतीराज विभाग आदि ने ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी। वही सहकारिता विभाग द्वारा 15 नए सदस्य बनाये गए एवं 20 ऋण फॉर्म स्वीकृत किए गए। इस दौरान ऋण पर्यवेक्षक बालकिशन, व्यवस्थापक कालूराम मेघवाल एवं दिनेश कुमार आदि ने सेवाएं दी। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को अल्पकालिन फसल ऋण रहन,अमानत संग्रह,फसल बीमा,दुर्घटना बीमा आदि की जानकारी दी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों की जांच कर दवाई वितरित की। इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों ने सेवाएं दी। वही महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिकों ने सेवाएं दी उन्होंने पात्र ग्रामीणों से आशा सहयोगिनी के आवेदन पत्र भरवाए एवं प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के गर्भवती महिलाओं से फॉर्म भरवाए। पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की दवाई वितरित की गई। उपखण्ड कार्यालय राजस्व विभाग से आए कार्मिकों ने सेवाएं दी। श्रम विभाग द्वारा ई श्रम कार्ड की ग्रामीणों को जानकारी दी गई। वही पीडब्ल्यूड़ी विभाग से एईएन प्रदीप पंवार एवं कार्मिकों ने सेवाएं दी। शिविर में जलसंसाधन विभाग, कृषि विभाग, राजस्थान रोड़वेज, आयोजन विभाग, पंचायतीराज विभाग सहित कई विभाग के कार्मिक मौजूद थे। इस दौरान विद्युत विभाग के लव कुमार आदि ने अपनी सेवाएं दी। वही जलदाय विभाग से जेईएन खुशीराम मीणा ने सेवाएं दी। कृषि विभाग ने मिट्टी के सैम्पल लिए,प्रधानमंत्री फसल बीमा की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने एक किसान को प्रधान राधिका अर्जुन देवासी,सरपंच मरगा देवी देवासी एवं उपखण्ड अधिकारी रामजीभाई कलबी के हाथों दवाई छिड़काव संयंत्र प्रदान कराया। इस दौरान सहायक कृषि अधिकारी पुराराम मेघवाल,कृषि पर्यवेक्षक रामखिलाड़ी सहित कई कार्मिक मौजूद थे।
इस दौरान राजस्व विभाग द्वारा नामान्तरण, बंटवारा, शुद्धिकरण, रास्ता चौड़े करने सहित कई कार्य किए गए। इस दौरान राजस्व विभाग से तहसीलदार जितेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार मंगलाराम मीणा, किशनलाल सैन,आरआई रेवतराम, आसूराम,पटवारी हिम्मत सिंह,लोकेन्द्रसिंह, चिमनलाल आदि ने सेवाएं दी।
आयोजित शिविर में पंचायत समिति रेवदर से भरत सिंह वाघेला,ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र खण्डेलवाल, रमेश कुमार सुथार,डूंगरसिंह, गोविन्द मेघवाल, कैलाश राव, हरीश दवे, हेल्पडेस्क से अर्जुनराम,धीराराम देवासी, रोजगार सहायक भगवत सिंह,पंचायत सहायक पूरणसिंह, मोतीराम, रूपाराम, पूर्व सरपंच महेंद्र कुमार कोली,सरूपाराम देवासी सहित कई कार्मिक एवं ग्रामीण मौजूद थे।