सिरोही। पट्टा प्रकरण में एसीबी या अन्य संस्थान से निष्पक्ष जांच कराने की बात कहीं।

जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित ने कहा कि जन प्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई समस्याओं को गंभीरता से लेकर सकारात्मक सोच को रखते हुए उसका निराकरण करने के लिए नियमानुसार हर संभव प्रयास करें।
वे जिला परिषद की सामान्य बैठक में उपस्थित समस्त जनों को सम्बोधित कर रहें थे। जिला प्रमुख ने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने- अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है, इस कारण उनके द्वारा उनके क्षेत्रों की उठाई की गई समस्याओं का समाधान अवश्य ही होना चाहिए ऐसी सुनिश्चितता के प्रयास अमल में लाए जाए। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों के द्वारा रखे गए पक्षों का सम्मान करें और उनको समझकर उन पक्षों का या समस्याओं का निराकरण सकारात्मकता रखते हुए सुनिश्चित किया जाए साथ ही उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का सही जवाब दें। जिससे कि समस्याओं का निदान हो सके और जिले में विकास के कार्यो को गति प्रदान की जा सके।
उन्होने कहा कि सदस्यगण द्वारा उठाई गई बात जिसमें शराब की दूकाने नियम विरूद्ध स्थापित होना, गोदाम के नाम पर अवैध ब्रांचे होना एवं निर्धारित दर की सूची दूकानो पर चस्पा नहीं होना , जांच कर अवगत कराने के लिए कहा। उन्होंने सदस्यों द्वारा उठाई गई समस्या जिसमें, ग्राम पंचायतों का समय पर नहीं खुले जाने के बारे में कहा कि ग्राम पंचायतें निर्धारित समय पर खुले , ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें। जावाल पट्टा प्रकरण में एसीबी या अन्य संस्थान से निष्पक्ष जांच कराने की बात कहीं।
आबू- पिंडवाडा समाराम गरासिया ने किंवरली में 11 वर्षीय छात्र के 11 केवी लाईन से दुर्घटना होने से पीडित परिवार को मुआवजा देने की बात कही व अपने क्षेत्र की समस्या से मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अवगत कराया।
बैठक में जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल ने सदस्यों द्वारा उनके क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए आवश्यकता अनुसार कार्यवाही का आश्वासन दिया।
बैठक में सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दें
बैठक में सदस्य दलीपसिंह मांड़ाणी ने जावाल पट्टा प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने, हाईवे पर ढाबा व शराब की दूकानें पास-पास होने, निर्धारित समय के बाद भी शराब बेचने, ग्राम ओडा में आबादी के लिए आवंटित की, जिस पर अपीलार्थियों द्वारा राजस्व बोर्ड अजमेर प्रकरण दर्ज करवाया गया हैं, जिस पर किसी प्रकार निर्णय /स्टे नहीं दिए जाने पर भी पट्टे धारियों को कब्जे नहीं दिए जाने के सबंध में मांग रखी। ग्राम पंचायत ओडा में पशु चिकित्सालय भवन निर्माण, जिला परिषद सदस्य किरण राजपुरोहित ने ग्राम नांदिया में पेयजल स्त्रोत तक विद्युत लाईन कनेक्शन नही होने से पेयजल किल्लत की बात रखी। वही सदस्य मोतीलाल ने भी यह पेयजल एवं विद्युत कि समस्या रखी।
सदस्य किरण राजपुरोहित ने अजारी, जनापुरा, रामपुरा , नांदिया में प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत हुए कार्य की जांच करवाए जाने की बात रखी व पेयजल के अवैध कनेक्शन, पेयजल कन्टीजेंसी प्लान, सरूपगंज में चिकित्सालय सुदृढीकरण, डोलीफली में विद्युत कनेक्शन, अजारी ग्राम में विकास पथ सडक निर्माण, ऊंदरा के पास स्थित फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण को रोकने की मांग, सदस्य कन्हैयालाल ने ग्राम मोरथला व तरतोली मे बोरिंग के सूख जाने, विद्यालयों में एमएमसी गठन, उचित मूल्य की दूकान नेशनल हाईवे पर होना , अर्जुनराम राणा व मोती लाल कोली ने ग्राम सोनानी में स्कूल के आगे 11 के0वी0 के पोल को हटाने व वासन क्षेत्र में रतनपुरा के खेडा परिसर में, गोचर भूमि में शराब की दूकान संचालित होने के बारे में मुद्दा उठाया। सिरोही प्रधान हंसमुख कुमार ने शराब की दूकानो पर दर निर्धारण की सूची चस्पा करने, लुम्बाराम चौधरी द्वारा मामला उठाया गया कि तार बंदी की घोषणा सरकार द्वारा की गई है मगर पोर्टल बंद होने के कारण किसानों को फायदा नहीं मिलने से राज्य सरकार को इस बारे में लिखे जाने की मांग की गई।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने सामान्य बैठक का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और सदन में जिला पंचायत विकास योजना ( एसपएफसी एंड एफएफसी) डीपीडीपी वर्ष 2022-23 एवं महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2022-23 की कार्य योजना में पंचायत समितियों से प्राप्त कार्य योजना में जिले के पांचों ब्लॉकों में 15927 कार्यो हेतु 30188.76 लाख रूपए के कार्यो का अनुमोदन जिला परिषद वार्षिक कार्य योजना के प्रस्तावों का अनुमोदन करवाया। इसी प्रकार अनादरा की दो स्कूल एवं आयुर्वेद भवन धुब्राणा के लिए निःशुल्क भूमि आवंटन पत्रावली का अनुमोदन किया गया तथा जीरावल जैन तीर्थ को 1.5 किमी परिधि में मांस , मदिरा का सार्वजनिक उपयोग एवं ब्रिकी को प्रतिबिंधित क्षेत्र घोषित किया गया। इसी प्रकार दलीपसिंह माडानी ने श्री सारणेश्वर महादेव मंदिर सिरोही को भी मांस , मदिरा का सार्वजनिक उपयोग एवं ब्रिकी को प्रतिबिंधित क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर जिला प्रमुख द्वारा आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दिए।
बैठक में पेयजल,सिंचाई, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण, खनन, रसद, शिक्षा, कृषि, चिकित्सा, आईसीडीएस, समाज कल्याण, , सहकारिता, पशुपालन आदि विभागों के कार्यो की समीक्षा की गई। बैठक में उप जिला प्रमुख मनीषा मीणा, रेवदर प्रधान श्रीमती राधिका देवासी, सदस्य पदमा, मधु, अर्जुन राणा, मोतीलाल, हरीश चौधरी, सीमा कुमारी, जोसना, रतन कुवर समेत जिला स्तरीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधिगण मौजूद थे।