जालोर। जल जीवन मिशन योजना को सफल करना ग्राम पंचायत का दायित्व -सांसद पटेल।
क्षेत्रीय सांसद देवजी एम. पटेल ने गुरुवार को जिला परिषद भवन में सायला, आहोर और जालोर पंचायत समिति के स्थानीय ग्राम पंचायतों के सरपंचों एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना की समीक्षा की। सांसद पटेल ने जल जीवन मिशन योजना की संपूर्ण जानकारी सरपंचों को बताकर जागरूकता के साथ योजना को वास्तविक रूप से धरातल पर उतारने की बात कही।
उन्होंने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार एवं जलशक्ति मंत्रालय द्वारा सभी घरों तक नल से जल उपलब्ध करवाने के लिए 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन योजना शुरू की गई। जिसमें सरकार द्वारा देश में 3.50 लाख करोड़ के बजट निर्धारित किया गया हैं। सांसद पटेल ने बताया कि जल जीवन मिशन स्कीम को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य यह है की ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले अधिकांश परिवार ऐसे है जिन्हें पानी की समस्याओं से जूझना पड़ता है। पानी प्राप्त करने के लिए उन्हें दूर क्षेत्रों में कई मीलों पैदल जाना पड़ता है, जिससे उन्हें कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत सभी नागरिकों तक घर-घर में पानी की सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
एक रिसर्वे कर रिपोर्ट जिला समिति को उपलब्ध करवाई जायें – सांसद
सांसद देवजी पटेल ने ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सर्वे कंपनी द्वारा की गई सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध करवाई गई,उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में पुनः एक बार विस्तृत समीक्षा कर एवं आवश्यक सुधार कर 3-5 दिवस में पुनः विभागीय अधिकारियों को यह रिपोर्ट प्रेषित करने का अनुरोध किया। ताकि योजना से गांव में कोई भी घर वंचित नहीं रहें तथा योजना भविष्य में आमजन के लिए उपयुक्त रहें।
जालोर जिले के लिये 1800 करोड़ की योजना- सांसद देवजी पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत जालोर जिले के कुल 793 गांवों एवं 2515 ढ़ाणियों को लाभान्वित किया जाना हैं। जिसके लिए जल शक्ति मंत्रालय द्वारा राशि 1798.65 करोड़ रूपये स्वीकृत प्रदान की गई हैं। योजना के तहत डी.आर, ई.आर, एफ.आर एवं सीलू-जैसला-भाटकी परियोजना के अतिरिक्त 15 परियोजना स्वीकृत है।
इस दौरान रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल, आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित, जिला प्रमुख राजेश राणा, प्रधान नारायणसिंह राजपुरोहित, सीईओ संजय वासु, पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता, अधिशांषी अभियंता, एनजीओ प्रभारी धमेन्द्र शर्मा सहित ग्राम पंचायत के सभी सरपंचगण मौजूद रहे।