सिरोही। अनेक अस्पतालों में स्टाफ की कमी है जिनको अस्थाई रूप में भरने के लिए हमने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अधिकार दिए है।
राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीना ने कहा है कि गहलोत सरकार ने पिछले 4 वर्षों में चिकित्सा के क्षेत्र में जनता की भावनाओ के अनुरूप इतने काम करवाये है कि अब आने वाले बजट में इस क्षेत्र में कोई खास करने जैसा नही है। सरकार ने जो कार्य स्वीकृत किये है उनको धरातल पर उतारने के लिए चिकित्सा विभाग का पूरा फोकस है।। मीना मंगलवार सवेरे शिवगंज में 50 करोड़ की लागत से बनने वाले जिला अस्पताल के शिलान्यास के पहले सिरोही में पत्रकारों के सवालों में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने निरोगी राजस्थान की सोच के साथ 4 साल में चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर एक नया इतिहास रचा है और आज गहलोत सरकार के कार्य जमीन पर जनता को दिखाई दे रहे है। उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग कॉलेज खोंलने के फैसले व उसके लिए एक साथ बजट आवंटन को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि अगले 7 दिनों में राज्य के सभी चिकित्सालयों में मेडिकल आफिसर के खाली पदों को भर दिया जावेगा। उन्होंने कहा कि अनेक अस्पतालों में स्टाफ की कमी है जिनको अस्थाई रूप में भरने के लिए हमने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अधिकार दिए है। सिरोही जिला अस्पताल में 8 माह से सोनोग्राफी चिकित्सक नहीं होने से सोनोग्राफी बाजार में करवाने की जानकारी देने पर उन्होंने जल्द सोनोग्राफी डॉक्टर लगाने के निर्देश विभाग को दिए। इसी तरह आबूरोड़ चिकित्सालय में नवजात बच्चे की चोरी की जांच में दोषी पाए गए डॉ के विरुद्ध कार्यवाही पर उन्होंने कहा कि उनके विरुद्ध कार्यवाही अब की जावेगी।
उन्होंने कहा कि अब सरकार जनता को राइट टू हेल्थ का बिल भी विधानसभा में फिर प्रस्तुत करेगी ताकि जनता को स्वास्थ्य का अधिकार मिल सके ।
उन्होंने मेडिकल कॉलेज सिरोही का निरीक्षण कर वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की ओर उनसे कहा कि वे 4 साल पढ़ाई कर फिर पहली पोस्टिंग सिरोही जिले में हो यह इच्छा रखे। सिरोही जैसी शांत जगह में उनको एडमिशन मिला है तो वे इस भूमि का कर्ज अदा करने की भावना रखे । उन्होंने यह भी कहा कि गहलोत सरकार ने तय समय सीमा में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण व एडमिशन शुरू कर यह बताया है कि सरकार कितने दूरगामी फैसले लेती है। मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं आने देगे और वे मन लगाकर पढ़ाई कर इस मेडिकल कॉलेज का नाम रोशन करें। प्रिंसिपल ने मंत्री से अनुरोध किया कि जिस तरह बाड़मेर व डूंगरपुर में टीचिंग स्टाफ को हार्ड एलाउंस मिलता है उसी तरह सिरोही में भी यह दिलाया जावे ताकि इन विधार्थियों को पढ़ाने के लिए आचार्य व सह आचार्य आसानी से आ सके।
इस अवसर पर सिरोही के विधायक व मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढा ने सिरोही को कैसे मिला मेडिकल कॉलेज इससे विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने सिरोही पर खास कृपा रखते हुए यह सौगात दी है जिसे इतिहास में सदा याद रखा जाएगा। गहलोत सरकार समय पर भूमि व बजट नहीं देती तो आज आप यहां पढ़ाई नहीं कर पाते। उन्होंने विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया कि उनको कोई भी तकलीफ होगी तो वे उसके समाधान के लिए हर वक्त उनके साथ खड़े मिलेंगे। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ललित रेंगर ने कहा कि देश मे जितने भी मेडिकल कॉलेज है उसमें सिरोही इकलौता ऐसा कॉलेज है जिसको सरकार ने 300 बीघा भूमि आवंटित की है और इस भूमि आवंटन में संयम लोढा व कलक्टर डॉ भंवरलाल का खास योगदान व इच्छाशक्ति रही। चिकित्सा मंत्री ने मेडिकल कॉलेज के भवन का अवलोकन किया और व्यवस्थाओं को देखा। कलक्टर डॉ भंवरलाल ने विद्यार्थियों से कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई कर इस कॉलेज का मान बढाने में कोई कमी नहीं रखे ,एडमिनिस्ट्रेशन उनकी हर समस्या का समाधान करवाने में उनके साथ रहेगा।