सिरोही/शिवगंज। जो शिक्षा लोगों की पीडा व तकलीफ को समझ सके वहीं सही अर्थ में शिक्षा है।
प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने डीएमएफटी फंड से एक करोड की लागत से निर्मित बालिका विद्यालय के भवन का उद्घाटन किया। राजस्व मंत्री ने कहा कि शिक्षा वह धन है जो कभी खत्म नहीं हो सकता। वर्तमान समय में शिक्षा बेहद जरुरी है। क्योकि आने वाले समय में अधिकांश कार्य ऑनलाइन होंगे। ऐसे में जिसने शिक्षा अर्जित की है उसे सरकार की सभी योजनाओं की सटीक जानकारी मिल सकेगी, अन्यथा वह पिछड़ जाएगा। मंत्री शिवगंज उपखंड मुख्यालय पर डीएमएफटी फंड के तहत निर्मित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के नवीन भवन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
राजस्व मंत्री ने कहा कि देश में राजस्थान एकमात्र राज्य ऐसा है जहां सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया है। सरकार अब बच्चों को उच्च अध्ययन के लिए विदेश में पढने के लिए भेज रही है। अब तक सरकार की ओर से 237 बच्चे विदेश में अध्ययन के लिए भेजे गए है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ऐसी अभिनव योजनाओं की जानकारी आपको जब होगी तब आपके घर में शिक्षा होगी। उन्होंने कहा बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक बेटी दो घरों को सुधारती है। आज कई प्रतिभावान बेटियों का नाम इतिहास में दर्ज है। उन्होंने कहा कि सरकार ने भी खेलों में बेटियों को प्रोत्साहन देने के लिए नौकरी में 2 प्रतिशत का आरक्षण दिया है। मंत्री ने कहा कि आज का युग मशीनी युग हो गया है अधिकांश कार्य ऑनलाइन हो रहे है। इसके लिए शिक्षा बेहद जरुरी है। राजस्व विभाग में भी कई महत्वपूर्ण कार्य अब शीघ्र ही ऑनलाइन होने जा रहे है। जिससे कि नामांकन, सीमाज्ञान, गिरदावरी सहित राजस्व से संबंधित कई कार्य जिनकी जानकारी के लिए आपको दफ्तरों के चक्कर काटने की जरुरत नहीं होगी। उनकी जानकारी सीधे ही आपको मोबाईल पर उपलब्ध हो जाएगी। ऐसे में यदि आप शिक्षित होंगे तो आपकों ई-मित्र के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं रहेगी। जाट ने कहा कि प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान किसानों के कई कार्य हो चुके है। मगर अभी भी कई कार्य बाकी है। इसलिए सरकार ने नया सेटलमेंट करने का निर्णय लिया है। ताकि किसान को सीमाज्ञान व जमीन नापने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने नहीं पड़े। उसकी जानकारी अब आपको सीधे मोबाईल पर ही मिल जाएगी। इसके लिए नियमों में भी सरलीकरण किया गया है। उन्होंने मोबाइल को बच्चों के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि संस्कारित शिक्षा से ही सबका भला हो सकता है। मंत्री ने कहा कि सडक या भवन यदि खराब बन गया है तो उसे दुबारा बनाया जा सकता है, मगर शिक्षा गलत मिल गई तो उसका भविष्य ही खराब हो जाएगा और एक नहीं तीन पीढियां खराब हो जाएगी। मंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से चलाई जा रही चिरंजीवी योजना को राज्य के लोगों के लिए संजीवनी बताया।
इस दौरान राजस्व मंत्री ने विधायक संयम लोढ़ा के अपने क्षेत्र में किए गए बेहतर विकास कार्यों की तारीफ़ करते हुए उन्हें विकास पुरूष बताते हुए कहा कि विधायक अपनी बात विधानसभा में बड़ी प्रखरता से रखते है। जिस क्षेत्र का जनप्रतिनिधि इतना प्रखर है उसके लिए सत्ता या विपक्ष में रहना कोई मायने नहीं रखता। अब यह आप लोगों की जिम्मेदारी है कि इस प्रकार के व्यक्तियों को आप राजनीति में जिंदा रखे। उन्होंने कहा कि काम ऐसा करें जिसे लोग हजारों साल याद रखें और विधायक लोढ़ा ऐसा ही कार्य कर रहे है।
शिक्षा समारोह को संबोधित करते हुए विधायक लोढ़ा ने कहा कि शिक्षा कोई डिग्री नहीं है और शिक्षा कोई नौकरी नहीं है। शिक्षा का अर्थ केवल अधिकारी एवं कर्मचारी बनना नहीं है। शिक्षा का अर्थ है कि दूसरों की तकलीफ से रूबरू होकर उसकी तकलीफ में सहयोगी होने का भाव होना। जो शिक्षा लोगों की पीडा व तकलीफ को समझ सके वहीं सही अर्थ में शिक्षा है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि बच्चे एक कोरे कागज की तरह है आप जैसी चाहे उस पर इबारत लिख सकते है। विधायक संयम लोढा ने माताओं बहनों से आग्रह किया कि अब समय बदल गया है, बदले समय के अनुसार बदलना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बालक-बालिका कॉलेज तक की शिक्षा अवश्य ग्रहण करे। विधायक ने बालिकाओं से खास तौर पर कहा कि यदि आप अपनी खुशियों व इच्छा के साथ जिंदगी जीना चाहती हो तो अपने पैरों पर जरुर खड़ा होना आवश्यक है। इस मौके पर विधायक ने राजस्व मंत्री के सरल स्वभाव की तारीफ़ करते हुए कहा कि जब वे राजस्व मंत्री बने थे उस समय उनसे मैंने आग्रह किया था कि कई लोगों के पीएम आवास में मकान स्वीकृत है मगर वे गोचर में बैठे है इसलिए मकान नहीं बना पा रहे। ऐसे में यदि उन्हें गोचर में 100 मीटर तक का पट्टा दिया जाए तो उन्हें इस योजना का लाभ मिल सकेगा। उनके आग्रह पर पहली ही केबिनेट बैठक में यह निर्णय ले लिया गया। मगर हमारा दुर्भाग्य था कि उस पर हाईकोर्ट का स्टे आ गया है।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डाॅ. भंवर लाल ने जानकारी देकर बताया कि उक्त भवन का निर्माण डीएमएफटी फंड से किया गया है। उन्होंने उपस्थित अभिभावको से अपील की बालिकाओं में प्रतिभाओं की कमी नही है। इसलिए अभिभावक उनके भविष्य के लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सबसे बडा इन्वेस्टमेंट शिक्षा है, शिक्षा से बालिकाएं काबिल होगी और अपने पैरों पर खडी होंगी। जिला कलक्टर ने बालिकाओं को आह्वान किया कि विद्यार्थी जीवन अत्यन्त महत्व पूर्ण होता है। इसलिए समय की कीमत को समझकर भविष्य में क्या करना है। उसके बारे में अभी से सोचे, सपने साकार करने व निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए कडी मेहनत करें।
विधिवत रूप से किया उद्घाटन
इससे पूर्व राजस्व मंत्री के विद्यालय परिसर पहुंचने पर एनएसएस की छात्राओं ने उन्हें सलामी दी तथा बैंड की धून पर मार्च पास्ट करते हुए उन्हें विद्यालय के नवीन भवन तक लाया गया। जहां राजस्व मंत्री जाट एवं विधायक लोढ़ा ने विधिवत रूप से फीता काट कर भवन का लोकर्पण किया। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष वजींगराम घांची, उपखंड अधिकारी डॉ नरेश सोनी, तहसीलदार नीरज कुमारी, जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष महलावत, गंगा कलावंत, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अशोक परमार, अधिशासी अधिकारी नीलकमलसिंह, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हरीश राठौड, यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश मीना, सेवादल जिलाध्यक्ष कुशलसिंह देवडा, एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेशसिंह राव, पूर्व उप प्रधान मोटाराम देवासी, कोमल परिहार, जूली चौहान, ममता चित्तारा, कमल चित्तारा, डॉ रवि शर्मा, योगेश वैष्णव, पार्षद अल्पेश माली, जयंतिलाल सोनी, जगवीरसिंह टीटू, हबीब शेख, नारायणलाल परिहार, पेंशनर्स समाज अध्यक्ष रघुनाथराम मीना, जयसिंह राठौड, सहवृत सदस्य राजेन्द्र माली, महेन्द्र राठौड, अरविंद परारिया, सनातन धर्म महिला सेवा समिति अध्यक्ष उषा अग्रवाल, महादेव महिला सेवा समिति अध्यक्ष उषा सोनी, ओमबाला परिहार सहित कई गणमान्य नागरिक एवं विद्यालय की शिक्षिकाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थे।