रेवदर। सोनानी निवासी भीखीदेवी पत्नी कृष्णलाल के जुड़वा बच्चे होने से एवं पहली डिलीवरी होने की वजह से डीसा के डॉक्टरों ने सिजेरियन ऑपरेशन करने का बोला परंतु परिजन नॉर्मल डिलीवरी करवाना चाहते थे।
इसलिए परिजन नॉर्मल डिलिवरी की आशा लेकर डाॅ भाटी के पास रेवदर के भारती हॉस्पिटल व सोनोग्राफी सेंटर पहुंचे जहां डॉक्टर एस एस भाटी ने नॉर्मल डिलीवरी करवाई जिससें परिजन खुशी से झूम पड़े। प्रसूता ने बताया कि हम इस उम्मीद में डीसा के हमारे स्वजातीय डॉक्टर के पास गए थे कि वो मेरी नॉर्मल डिलीवरी करवाएंगे लेकिन वो साफ-साफ मुकर गए और सिजेरियन का बोला।
आखिर में मानवता के पैरोकार डॉ भाटी ही हमारे विश्वास पर खरे उतरे और मेरी नॉर्मल डिलीवरी करवाई। साथ ही अनादरा निवासी सविता देवी पत्नी हरीश कुमार चौधरी के भी जुड़वा बच्चे होने की वजह से आबूरोड व सिरोही के डॉक्टरों ने सिजेरियन ऑपरेशन करने का बोलने पर परिजन तुरन्त नॉर्मल डिलीवरी की चाह में डॉ भाटी के पास रेवदर पहुंचे,जहां डॉ भाटी ने नॉर्मल प्रसव करवाया।
वही पुनावा निवासी सूजीदेवी पत्नी रणछोड़राम चौधरी के पूर्व में दो पुत्रियां थी और इस बार पुत्र के जन्म पर परिजनों ने पूरे हॉस्पिटल में मिठाई बांट कर खुशी जाहिर की,वही झमूदेवी पत्नी प्रागाराम चौधरी निवासी गजापुरा के शादी के 16 साल बाद डिलीवरी होने की वजह से सिरोही के डॉक्टरों ने सिजेरियन ऑपरेशन का बोलने पर परिजनों ने तुरंत डॉ भाटी से सम्पर्क किया व नॉर्मल डिलीवरी करवाई जिससे परिजन अत्यंत खुश हुए और डॉ भाटी का आभार जताया। वाक़ई डॉ भाटी, भारती अस्पताल में सच्चे अर्थों में माँ भारती की बेटियों की सच्ची सेवा कर रहे हैं।
हमारें विशेष संवाददाता सुरेश पुरोहित जुगनू की खास रिपोर्ट।