मण्डार। जब समाज के पढ़े लिखे लोग भी गलत बातों का समर्थन करने लगते हैं। समाज में अनपढ़ लोग हैं ये हमारे समाज की समस्या नही है। लेकिन जब समाज के पढ़े लिखे लोग भी गलत बातों का समर्थन करने लगते हैं और गलत को सही दिखाने के लिए अपने बुद्धि का उपयोग करते हैं, यही हमारे समाज की समस्या है-डॉ अम्बेडकर
ग्राम पंचायत भवन मण्डार के पास आज 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकरजी के 131 वें जन्मदिवस के अवसर पर एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें पूज्य संत शिवनाथ जी महाराज श्रीरामचन्द्रजी मठ कुसमा, पूज्य संत नागपुरी जी महाराज पादर, सिरोही-शिवगंज विधायक संयम लोढ़ा, मण्डार के युवा,संवेदनशील सरपंच परबत सिंह देवड़ा, सोरड़ा सरपंच लेहराराम भाट, जीरावल सरपंच कांतिलाल कोली, रायपुर सरपंच छगनलाल कोली, जिला परिषद सदस्य मोतीराम कोली, दांतराई सरपंच बबी बेन, बाँट सरपंच संगीता देवी भाट, माँ सेवा ट्रस्ट के प्रवीणभाई शाह जेतावाड़ा, ग्राम सेवा समिति मण्डार अध्यक्ष छगनलाल राणा, सामाजिक कार्यकर्ता जोयताराम जीनगर सहित कई अतिथियों का कार्यक्रम में समागम हुआ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम बाबा साहेब की तस्वीर को नमन कर फूल माला पहनाई गई। कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का फूल माला एवं साफ़ा पहनाकर स्वागत किया गया। वही संतो एवं महिलाओं को शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। आए सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न के रूप में बाबा साहेब की तस्वीर भेंट की गई।
अम्बेडकर सेवा समिति अध्यक्ष लवजीराम बुनकर ने बहुत ही शानदार संबोधन देकर सभी को सही दिशा दिखाई। उन्होंने बताया कि बाबा साहेब के अनुसार शिक्षा ही सबसे मजबूत हथियार है,जिसकें दम पर आम आदमी अपना, अपने परिवार का, समाज का एवं देश का भला कर सकता हैं। इसलिए शिक्षित बनो, संगठित रहो एवं संघर्ष करो।
कार्यक्रम में विधायक संयम लोढ़ा ने भी शिक्षा पर जोर दिया एवं बाबा साहेब के जीवन परिचय पर ध्यान आकर्षित किया। मण्डार सरपंच परबत सिंह देवड़ा के अनुसार हमें संविधान निर्माता, भारत रत्न, डॉ भीमराव अंबेडकर साहब के बताए सिद्धान्तों पर चलना चाहिए और शिक्षा रूपी शेरनी के दूध को ग्रहण करना चाहिए। शिक्षा के बाद सभी समस्याओं का अंत हो जाएगा, बाबा साहेब के शब्दों में मुझे पूजे नहीं बल्कि मुझे पढ़ें तभी वंचितों का भला होगा।
डॉ. अंबेडकर जी केवल व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक दर्शन थे, हमें जरूरत है उनके सिद्धांतों पर चलने तथा अपने जीवन में उतारने की। डॉ. अंबेडकर साहब को देश में कमजोर वर्ग के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाली शख्सियत के रूप में याद किया जाता है। आज उनकी जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं तथा विश्वास दिलाता हूं कि हम सब मिलकर कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए काम करेंगे। बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाएंगे।
आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षक लवजीराम बुनकर, जयंतीलाल सोलंकी, सामाजिक कार्यकर्ता मफतलाल बुनकर, शिक्षक केशवलाल कोली, भंवरलाल दोशी(जैन), हीरालाल भाट सेवानिवृत्त सहायक विकास अधिकारी, मावाराम भाट, व्यवस्थापक ग्राम सेवा सहकारी समिति मण्डार, बाबूलाल गोमतीवाल, लेहराराम भाट सरपंच सोरड़ा, महेंद्र कुमार मेघवाल आदि कार्यक्रम में भामाशाह रहे।
आयोजित कार्यक्रम में लवजीराम बुनकर, शंकरलाल बुनकर, आसूराम लूणिया, अजित कुमार, दिनेश कोली, लवजीराम, हीरालाल भाट, मफतलाल बुनकर, प्रेमिला देवी मेघवाल आदि का सहयोग रहा एवं पूरी अम्बेडकर सेवा समिति, मण्डार द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में शंकरलाल बुनकर द्वारा मंच संचालन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में आसूराम नायक, नायब तहसीलदार, जब्बर सिंह, नायब तहसीलदार मण्डार, पूर्व प्रधान रेवदर छगनलाल सोलंकी, हीरसिंह जेतावाड़ा, आनन्द जोशी, उपसरपंच बलवंत सिंह देवड़ा हरणीअमरापुरा,फजल मोहम्मद, शिक्षक भूराराम मेघवाल, शिक्षक अशरफ असगरी, मनोहर सिंह मेफावत, अनिल जीनगर, शंकरलाल जीनगर, रणजीत जीनगर, उत्तम चौधरी, दशरथ सिंह, शकूर पामेरा, शहजाद भाटी,शकूर, चंदू अग्रवाल, विशाल मेघवाल सहित सैकड़ों ग्रामवासी मौजूद थे।