सिरोही। जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल एवं जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता द्वारा जिला मुख्यालय पर जिला परिषद् (ग्रामीण विकास प्रकोष्ठ) के सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति (सी.एल.जी) सदस्यों, हिन्दू संगठन व मुस्लिम संगठनो के मुख्य आयोजनकर्ताओ की बैठक आयोजित की गई।
10 जुलाई को ईदुल-जुहा एवं 13 जुलाई को गुरू पूर्णिमा के पर्व के मध्यनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए पर्वो को सौहार्द्र पूर्ण मनाने का आह्वान किया गया। बैठक में धर्म गुरूओं व उपस्थित सदस्यगणों से जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द, कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गई। कोई भी अप्रिय घटना हो या जानकारी मिलने पर तुरंत सूचित करने की बात कहीं गई।
उन्होंने बताया कि धारा 144 दण्ड प्रक्रिया संहिता में कोई भी व्यक्ति, समूह या संस्था इंटरनेट तथा सोशल मीडिया यथा फेसबुक, ट्विटर, वाॅटसएप्प एवं यूट्यूब आदि के माध्यम से कोई भी साम्प्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाले, भडकाऊ मैसेज, विडियो क्लीप नहीं डालेगा ना ही आगे फाॅरवर्ड करेगा, जिससे शान्ति व्यवस्था तथा लोक शान्ति भंग होने की किसी भी प्रकार की संभावना उत्पन्न हो। कोई भी व्यक्ति न तो स्वयं अफवाह फैलाएगा एवं ना ही ऐसा कृत्य करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित करेगा।
पांच या पांच से अधिक व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर बिना सक्षम पूर्वानुमति के एकत्रित नहीं होंगे। शैक्षणिक संस्थान, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड एवं चिकित्सालय इस प्रतिबन्ध से मुक्त रहेंगे। जिला सिरोही सीमा क्षेत्र में सार्वजनिक मार्गों एवं स्थलों पर बिना सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के समस्त प्रकार की रैली, जुलूस, प्रदर्शन एवं सभा आदि के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। इसके अतिरिक्त विवाह समारोह, बारात एवं शवयात्रा पर यह प्रतिबन्ध लागू नही होगा।
सदस्यगणों से इस बाबत सुझाव भी लिए गए तथा उन्होंने शांति एवं सौहार्द बनाए रखने के बारें में अपने विचार रखेें तथा अपने क्षेत्र की समस्याओं से भी अवगत कराया।
बैठक में संचालन अतिरिक्त जिला कलक्टर कालूराम खौड ने किया तथा आभार पुलिस उपाधीक्षक पारस राम चौधरी ने ज्ञापित किया।
बैठक में उपखंड अधिकारी रमेशचन्द्र बहेडिया, शिवगंज विकास अधिकारी प्रदीप दवे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ राजेश कुमार, नगर परिषद के आयुक्त महेन्द्र चौधरी, रमसा से कांतिलाल खत्री, डीएसपी इंचार्ज आनंद कुमार, थानाधिकारी राजेन्द्र राजपुरोहित, सामाजिक कार्यकर्ता एवं भामाशाह रघु भाई माली सिरोही, सुरेश पुरोहित वलदरा व संबंधित विभागों के अधिकारी समेत सदस्यगण मौजूद थे।