सिरोही। चाइनीज मांझे के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाना एवं पक्षियों को चोटिल होने से बचाने के लिए पतंगबाजी का समय प्रातः 10 बजे सायं 4 बजे तक निर्धारित कर सुबह-सायं पतंगबाजी पर प्रतिबन्ध लगा कर पालना सुनिश्चित किया जाये।
![](https://gaonvokasangi.com/wp-content/uploads/2022/01/pic.jpg)
![](https://gaonvokasangi.com/wp-content/uploads/2022/01/makr-sankranti.jpg)
प्रदेश भर के साथ जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी 2022 तक पशु कल्याण पखवाडा मनाया जायेगा
पशुपालन के संयुक्त निदेशक ने बताया कि मनाए जाने वाले 31 जनवरी तक पशु कल्याण पखवाडे में जीव जन्तुओं के प्रति प्रेम व दया भाव जाग्रत करने की दृष्टि से पखवाडें को विभिन्न गतिविधियों आयोजित की जाएगी। प्रत्येक पशुचिकित्सा संस्था पर एक बांझ निवारण एवं पशु शल्य चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर अधिक से अधिक संख्या में पशुओं को लाभान्वित करेगें। शिविरों में पशु-पालकों एवं गौशालाओं के पशुओं में कृमिनाशक औषधि पिलाना सुनिश्चित करवायें। शिविर आयोजन के अवसर पर पशु क्रूरता के सम्बन्ध मे जन सामान्य को आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायेंगे साथ ही पखवाडे के दौरान आयोजित शिविरों,लाभान्वित पशु पालकों व जीव जन्तु कल्याण से सम्बन्धित किये गयें कार्यो की प्रगति से निदेशालय को अवगत करायेंगें। जिले के समस्त नोडल अधिकारी नोडल स्तर पर माह जनवरी में एक बैठक का आयोजन कर पशु क्रूरता निवारण अधिनियमों, अन्य अधिनियमों की जानकारी देने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आवश्यक पाठ्य सामग्री प्रदान करना सुनिश्चित करेगें। इसके अलावा प्रत्येक तहसील/प.स.नोडल स्तर पर एक पशु कल्याण गोष्ठी का आयोजन किया जाकर व्यवहारिक रूप से पशु कल्याण पखवाडें का आयोजन किया जायें। जिलें की समस्त पशुचिकित्सा संस्थाओं को निर्देशित किया जाता है कि वे अपने अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों,नगर पालिकाओं,एवं गौशाओं में चेतना शिविर एवं गोष्ठियां एवं पशु कल्याण जन जागृती रैली आयोजित की जाएं। नजदीकी शिक्षण संस्थाओं में जीव जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण पर आधारित व्याख्यानों के माध्यम से जानकारी दी जावें तथा सम्बधित विषय पर चित्रकला एवं वाद विवाद प्रतियोगिताओं भी आयोजित करने के प्रयास किये जायें। जिले की सभी पशुचिकित्सा संस्थाओ को निर्देशित किया जाता है अपने अपने क्षेत्र कि गौशालाओं एवं पशुपालको के पशुबाडो में जाकर ठण्ड से पीडित पशुओ को राहत देने हेतु सम्बन्धित गौशाला प्रबन्धन/पशु पालक से यथा योग्य उपाय करावाये। ग्राम में संचालित पशुु खैलियो की सफाई उपरान्त जन सहयोग से सफेदी करवा कर पुनः जल से भरवाना सुनिश्चित करवायें। पशुओं के प्रति दया,करूणा एवं कल्याण हेतु जन साधारण में जागृति एवं क्रूरता निवारण हेतु वातावरण निर्माण के उदेश्य से शिक्षण संस्थाओं, पंचायत मुख्यालयों, गौशालाओं आदि मेे सभाओं एवं रैली का आयोजन सुनिश्चित करवायें। क्षेत्र में जन सहयोग से निराश्रित पशुुओं की देखभाल हेतु समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करवायें। पशुओं को अधिक सर्दी/गर्मी की प्रतिकूलता से सुरक्षा करने के लिए जनसामान्य को जागृत किया जाना सुनिश्चित करवायें। उप निदेशक/नोडल अधिकारियो द्वारा गौशालाओं का निरीक्षण किया जाना सुनिश्चित किया जावें तथा उनके लिए साफ, स्वच्छ स्वास्थ्यवर्द्धक वातावरण का निर्माण, गौशाओं में पशुओं के संवर्गवार उनकी उम्र के अनुसार पृथक पृथक आवास एवं खाने की व्यवस्था, रूग्ण एवं अपंग पशुओं को पृथक से आवास व्यवस्था करवाई जाए ताकि सभी पशुओं को समान रूप से उनकी आवश्यकतानुसार खाद्य सामग्री मिल सके एवं खाने एवं पानी के दौरान आपसी लडाई में घायल न हो। स्थानीय एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारियों से सूचना मिलने पर मौके पर जाकर रोगी एवं घायल पशुओं को निःशुल्क चिकित्सा सेवा करवाई जाये। लावारिस पशुओें, गौशालाओं एवं जन सामान्य के पशुओं को लाभान्वित करने के लिए बांझपन निवारण एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जावे।
![](https://gaonvokasangi.com/wp-content/uploads/2022/01/pic.jpg)
उन्होंने बताया कि पतंगबाजी से घायल पक्षियो को संरक्षण प्रदान करने हेतु मकर संक्रांति के दिवस प्रातः 7 बजे से सायंः 5 बजे तक चिह्नित विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित कर उनकी तत्काल चिकित्सा सुनिश्चित किया जाये। पशुओं को गाड़ी में जोत कर क्षमता से अधिक भार ढोने से रोकने का प्रयास किया जाये। चाइनीज मांझे के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाना एवं पक्षियों को चोटिल होने से बचाने के लिए पतंगबाजी का समय प्रातः 10 बजे सायं 4 बजे तक निर्धारित कर सुबह-सायं पतंगबाजी पर प्रतिबन्ध लगा कर पालना सुनिश्चित किया जाये। पशु परिवहन नियम 1978 के नियम 56 में उल्लेखित वाहन (ट्रक/टैम्पोें) द्वारा पशु परिवहन दौरान निर्देशों की पालना न करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करवाना तथा पशुुओं को वाहनों में अनियमित रूप से भर कर परिवहन करने पर भी कानूनी कार्यवाही को सुनिश्चित किया जाये। धर्म के नाम पर पशुओं की बलि को रोकने हेतु सम्बन्धित को समझा कर इस कृत्य को रोकने के प्रयास किया जाये। पशु कल्याण पखवाडे के दौरान 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस एवं 30 जनवरी 2022 को सर्वोदय दिवस के रूप मनाया जावेगा, इन दोनो दिवसों में समस्त राज्य में पशु पक्षियों का वध करना एवं मांस आदि की बिक्री पर अनिवार्य रूप से प्रतिबन्ध रहेगा, इसका समय-समय पर प्रचार-प्रसार करें। पखवाडें के सफल आयोजन हेतु जिला एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यालय स्वयं सेवी संस्थाओं तथा गैर सरकारी संस्थाओं का भी सहयोग लेने के प्रयास किये जावें।