सिरोही/जोधपुर। कम वर्षा के कारण उत्पन्न हुए पेयजल संकट से निपटने एवं पेयजल आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था के लिए जोधपुर संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा ने बुधवार को अपने कक्ष में समीक्षा बैठक ली।
बैठक में आगामी महीनों में जालौर, सिरोही व पाली जिलों में पेयजल व्यवस्थाओं की समीक्षा एवं जिला सिरोही की शिवगंज तहसील के गांव जोयला में “जोयला पिकअप वेयर फॉर डायवर्जन ऑफ वाटर ऑफ ओल्ड रूट ऑफ सुकड़ी नदी“ के प्रकरण के संबंध में समीक्षा की।
उल्लेखनीय है कि आगामी मार्च से इंदिरा गांधी मुख्य नहर आईजीएनपी में साठ दिवसीय नहर बंदी कार्यक्रम प्रस्तावित है जिस के संदर्भ में संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा ने पाली, सिरोही व जालोर जिला कलेक्टर व इन जिलों के जल संसाधन, भूजल व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की बुधवार को समीक्षा बैठक ली।
बैठक में जिला कलेक्टर सिरोही डॉ भवरलाल ने संभागीय आयुक्त को जिले की पेयजल व्यवस्थाओं के बारे में ब्लॉक वार जानकारी दी । उन्होंने संभागीय आयुक्त को बताया कि सिरोही जिले के कुल 5 ब्लॉक में 472 गांव है। उन्होंने संभागीय आयुक्त को बताया कि भू-जल विभाग द्वारा उन्हें ब्लाक बार रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है जिसके अनुसार प्रशासन द्वारा आगामी समय के लिए जलापूर्ति के संबंध में उचित कार्यवाही की जा रही है।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सिरोही राम सिंह ने संभागीय आयुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि भू-जल विभाग से प्राप्त ब्लॉक बार रिपोर्ट के अनुसार विभाग द्वारा सिरोही और शिवगंज में कुल 15 कुए खोदे गए हैं, जिनमें से 10 थ्री फेस और 5 सिंगल फेस हैं। जिला कलेक्टर सिरोही डॉ भंवरलाल ने संभागीय आयुक्त को बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा बनाए इन कुओं के अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर जल परिवहन द्वारा जिले की पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी जिसके लिए विभाग द्वारा टैंकर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है।
बैठक में जिला कलेक्टर जालौर नम्रता वृष्णि ने संभागीय आयुक्त को आगामी समय में जालौर जिले में की जा रही पेयजल व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व भूजल विभाग के आपसी समन्वय के साथ जिले में सुचारू पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। संभागीय आयुक्त ने नहर बंदी के दौरान पानी की चोरी जैसे प्रकरणों की रोकथाम के लिए नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने जिला कलक्टर जालोर से सिरोही जिले की शिवगंज तहसील के गांव जोयला में “जोयला पिकअप वेयर फॉर डायवर्जन ऑफ वाटर ऑफ ओल्ड रूट ऑफ सुकड़ी नदी“ के प्रकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
जिला कलेक्टर पाली नमित मेहता ने संभागीय आयुक्त को पाली जिले में पेयजल व्यवस्था व नहर बंदी कार्यक्रम के दौरान पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाली जिले में क्लोजर के दौरान जवाई बांध के अतिरिक्त जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन के प्रस्ताव भेज इस संबंध में निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी ताकि जिले में पेयजल व्यवस्था का एक स्थाई समाधान हो सके। उन्होंने बताया कि क्लोजर के दौरान जिले में 20 एमएलडी जल की आवश्यकता रहेगी जिसकी सुचारू व्यवस्था के लिए प्रशासन सभी उपलब्ध संसाधनों व विकल्पों की नियमित समीक्षा कर रहा है। उन्होंने बताया कि क्लोजर के दौरान पाली जिले की पेयजल व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए मुख्यतः रोहिट की पाइप लाइन की मरम्मत के कार्य को गति देने की आवश्यकता है, साथ ही उन्होंने दांतीवाड़ा से चोपड़ा तक की पाइप लाइन के काम को शीघ्र अति शीघ्र शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीएचईडी विनोद भारती ने संभागीय आयुक्त को पाली जिले की पेयजल व्यवस्था के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि क्लोजर के दौरान जिले में नर्मदा और भाद्राजून से भी जलापूर्ति की जाएगी। जिला कलेक्टर पाली नमित मेहता ने संभागीय आयुक्त को बताया कि मुख्यतः रोहिट, पाली और सोजत में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए विभाग को अन्य विकल्प खोजने होंगे। इसी क्रम में नीमला को एक विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है। संभागीय आयुक्त ने जल संसाधन एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि पाली में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिए दांतीवाड़ा से चोपड़ा तक की पाइप लाइन का कार्य अप्रैल माह तक पूर्ण किया जाना चाहिए।संभागीय आयुक्त ने पाली सिरोही व जालोर जिला कलेक्टर को सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर आगामी क्लोजर के दौरान अपने-अपने जिलों में जलापूर्ति की व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए।