जुआदरा। परमिशन 1 मीटर की गहराई तक खनन की जबकि मात्र तेरह दिन में ही 2 मीटर से भी ज्यादा गहराई से कर दिया खनन।
जबकि बजरी खनन की अनुमति 1 मीटर गहराई तक ही दी गई हैं। जुआदरा नदी में अभी बजरी खनन करवा रहे गुलाबसिंह एवं अलवर सिंह द्वारा जुआदरा नदी में नियम विरुद्ध घावरा सड़क का 12 फरवरी 2023 को निर्माण किया गया था।
तब से लगाकर आज तक फोकलेंन मशीन द्वारा नदी में बजरी खनन किया जा रहा हैं। आज राजस्थान स्टेट पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की एवं राजस्व विभाग की टीम ने किया जुआदरा नदी का निरीक्षण।
इस दौरान राजस्थान स्टेट पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड शाखा सिरोही की ओर से आए कनिष्ठ अभियंता शंकरलाल विश्नोई द्वारा जुआदरा नदी में खनन नाप लिया गया। इस दौरान करीब 2 मीटर से भी ज्यादा की गहराई से बजरी का खनन पाया गया। जबकि नियमानुसार 1 मीटर की गहराई तक ही बजरी खनन की परमिशन राजस्थान स्टेट पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा दी गई हैं। वही खनन क्षेत्र के 33 प्रतिशत भाग में वृक्षारोपण किया जाना आवश्यक है उसका भी आज मौके पर अभाव देखा गया।
वही डंपर में ओवरलोड बजरी का परिवहन भी देखा गया। डंपर में भरी ओवरलोड बजरी के सड़क पर गिरने से सड़क पर चल रहे मोटरसाइकिल सवारों के गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका भी देखी गई।
वही इस ग्रामीण सड़क पर ओवरलोड डंपरों के चलने से ग्रामीण क्षमता के हिसाब से बनाई गई ग्रामीण सड़क के जल्द ही टूटने की आशंका भी वहां उपस्थित ग्रामीणों ने जाहिर की।
इस दौरान रेवदर तहसीलदार जगदीश विश्नोई ने भी जुआदरा नदी पहुंचकर मौका मुआयना किया। इस दौरान बजरी खनन करवाने वाला गुलाबसिंह, गुंदवाड़ा पटवारी दिलीप सिंह गुर्जर, देवेंद्रपाल सिंह देवड़ा मण्डार, विक्रम सिंह, गोविन्द राव, जेठाराम, गांवों का संगी संपादक गोविन्द कुमार मण्डार सहित कई ग्रामीण एवं बजरी परिवहन कर रहे कई डंपर चालक मौजूद थे।