रेवदर। कस्बें के युवा सरपंच अजबाराम चौधरी, नायब तहसीलदार किशनलाल सैन, वार्ड पंच बलवंत मेघवाल, रविशंकर पुरोहित, मुकेश जोशी आदि ने अपनें हाथों से ग्रामीणों को योजनाओं के गारंटी कार्ड का वितरण किया।
महंगाई राहत कैम्प को लेकर ग्रामीणों में दिखा खासा उत्साह, महिला, बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी लाभ सुनिश्चित करने को दिखे उत्सुक। राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी कैम्प प्रशासन गांवों के संग अभियान अंतर्गत रेवदर ग्राम पंचायत में दो दिवसीय महंगाई राहत शिविर का आज समापन हुआ। आयोजित कैम्प में राजस्व विभाग, पंचायतीराज विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, विद्युत विभाग, जलदाय विभाग,आयुर्वेद चिकित्सा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग आदि कई विभागों की स्टाल लगाई गई। कैम्प में सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं में रजिस्ट्रेशन करने का आमजन ने लाभ उठाया। विशेषकर 500 रुपये में गैस सिलेंडर, प्रतिमाह 100 यूनिट घरेलू बिजली फ्री, प्रतिमाह 2000 यूनिट कृषि बिजली फ्री, मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा फूड पैकेट, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा सहित करीब 10 योजनाओं में पंजीयन कराया।
इस दौरान अतिरिक्त विकास अधिकारी हरीश सोनी, ग्राम विकास अधिकारी प्रकाश देवासी, रमेश कुमार, राजेश कुमार टेलर वार्ड पंच गोदाराम चौधरी, रोजगार सहायक रणजीत सिंह, पंचायत-विद्यालय सहायक, गणेश ग्राम सेवा सहकारी समिति रेवदर के कार्मिकों ने शिविर में भाग लिया एवं व्यवस्था को संभाला।
वर्तमान में मौके पर जिंदा, कागजों में कर दिया मृतक घोषित, हो गई गुंदवाड़ा ग्राम पंचायत की बबीबेन कोली की पेंशन बंद, आखिर कौन है ज़िम्मेदार?
आज आयोजित शिविर में गुंदवाड़ा ग्राम पंचायत के भीलड़ा खेड़ा गांव की एक महिला बबीबेन मफाराम कोली ने नायब तहसीलदार किशनलाल सैन को अपना परिवाद पेश किया। जिसमें उन्होंने बताया कि मैं अभी जीवित हूँ फिर भी मेरी पेंशन बंद कर मुझें मृतक घोषित कर दिया गया हैं।इस पर उन्होंने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
इस दौरान कैम्प में नायब तहसीलदार किशनलाल सैन, अतिरिक्त विकास अधिकारी हरीश सोनी, स्थानीय नागरिक हनुमान प्रसाद अग्रवाल, भीमाराम पंचाल, कांग्रेस के रेवदर ब्लॉक अध्यक्ष लाखाराम चौधरी, पूनमचंद पुरोहित, स्थानीय विद्यालय के प्रिंसिपल आदि कई सरकारी कार्मिकों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
इस दौरान शिविर में जलदाय विभाग से जेईएन खुशीराम मीणा, कृषि पर्यवेक्षक पुष्पेंद्र सिंह नाथावत, पटवारी भंवरलाल विश्नोई, आरआई शंकरलाल प्रजापत, कम्प्यूटर अनुदेशक सहित कई विभागों के कार्मिक एवं ग्रामीण मौजूद थे।