मण्डार/रेवदर। यूरिया निर्धारित दर 266.50 रुपये प्रति बैग पर विक्रय किया जा रहा है। अधिक मूल्य वसूलने पर एफसीओ 1985 के तहत कार्यवाही किये जाने की चेतावनी निरीक्षकों द्वारा दी गई।
कृषि विभाग के निरीक्षकों ने खाद उर्वरक विकेताओ के किया औचक निरीक्षण जिले में रबी फसलों की बुवाई लगभग पूर्ण हो गई है। आज सिरोड़ी, अनादरा, रेवदर व मंडार के उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। विक्रय केंद्रों पर उपलब्ध यूरिया उर्वरक के निर्धारित दर पर किसानों को विक्रय किये जाने की पुष्टि की गई। रेवदर में विक्रय केंद्र मेसर्स अग्रवाल अग्रिकोज़ पर विभाग के कृषि पर्यवेक्षक पुष्पेंद्र सिंह नाथावत की ड्यूटी विक्रय केंद्र पर लगाते हुए यूरिया का वितरण कराया गया। गौरतलब है कि रबी मौसम में माह नवंबर तक जिले में कुल 18000 टन यूरिया की मांग के विरुद्ध अब तक 11000 टन की आपूर्ति हो चुकी है। जिसमें से 2500 टन की आपूर्ति माह नवंबर में अब तक हुई है एवं लगभग 1800 टन की कृभको व इफको द्वारा जालोर व जवाई बांध रेक पॉइंट से विगत 4 से 5 दिनों में की गई है।
संजय तनेजा उपनिदेशक कृषि ने बताया कि वर्तमान में सहकारी समितियों पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया की आपूर्ति से कृषको को राहत मिली है। उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों से यूरिया निर्धारित दर 266.50 रुपये ( दो सौ सियासठ रुपये पचास पैसे) प्रति बैग पर विक्रय किया जा रहा है। औचक निरीक्षण से मण्डार स्थित अनेक स्थानों पर निजी विक्रेताओं ने अपनी दुकानें बंद की जिस पर उन्हें नोटिस दिए जाने के आदेश दिए गए। विभाग द्वारा अपने फील्ड अधिकारियों को आदेश दिए कि वे निरंतर निजी व सहकारी क्षेत्र में किसानों को उचित दरों पर विक्रय किये जा रहे वितरण पर निगरानी रखे। विक्रेताओं द्वारा अधिक मूल्य वसूलने पर एफसीओ 1985 के तहत कार्यवाही किये जाने की चेतावनी निरीक्षकों द्वारा दी गई। दिनभर विभाग के उर्वरक निरीक्षकों क्रमश डॉ हीर सिंह राठौड़ सहायक निदेशक कृषि, डॉ पप्पू खटीक कृषि अधिकारी व विक्रम मीणा कृषि अधिकारी, सहायक कृषि अधिकारी मण्डार पुराराम चौहान आदि मौजूद रहे।