सिरोही। लापरवाही सामने आने पर विभागीय नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।जोधपुर डिस्काॅम के प्रबंध निदेशक प्रमोद टाक ने फील्ड में कार्यरत अभियंताओं को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में हाई रिस्क पाॅइंट को चिह्नित कर तत्परता से वहां सब कुछ दुरूस्त और व्यवस्थित करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। लापरवाही सामने आने पर विभागीय नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
टाक ने बताया कि एक अप्रैल से विद्युत तंत्र मरम्मत अभियान-2022 संचालित किया गया है। यह अभियान 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। टाक ने अभियंताओं से कहा है कि प्रचण्ड गर्मी, आंधी, तुफान में विद्युत की निरन्तरता बनाये रखने हेतु सुरक्षा मापदंडों के अनुसार विद्युत तंत्र की मरम्मत संबंधी कार्यों को तय समय पर पूरा करे। उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो शट डाउन का समय सुबह 7 बजे से 11 बजे और आवश्यकता होने पर शाम चार से छह बजे की समयावधि में ही रखे। निर्देश दिए गए हैं कि जिन 33/11 केवी फीडरों पर ट्रिपिंग/व्यवधान ज्यादा हो उन फीडरों को विशेष रूप से प्राथमिकता देकर मरम्मत/रख-रखाव कर ट्रिपिंग को नियंत्रित करें।
प्रबंध निदेशक टाक ने बिजली के रख-रखाव का कार्य करने वाले अभियंताओं और तकनीकी सहायकों को स्पष्ट हिदायत दी है कि कार्य करते समय हाथ में अंगूठी, ब्रेसलेट और घडी आदि नहीं पहने और ढीले कपडे नहीं पहने। कार्य के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करे। कर्मचारी कार्य करने से पूर्व सुरक्षा उपकरणों की अपने पास उपलब्धता सुनिश्चित हो जाने पर ही कार्य आरम्भ करे।
प्रबंध निदेशक टाक ने कहा विद्युत जनित दुर्घटनाएं चिंता की बात है। हमें हर हाल में ऐसी दुर्घटनाओं से बचना है। हालांकि पिछले वर्षों की अपेक्षा बिजली हादसों में कमी जरूर आई है लेकिन शून्य दुर्घटना लक्ष्य के लिए हमें और भी समग्र प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।