सिरोही। खरीफ फसल में सूखे की स्थिति के कारण हुए नुकसान के आंकलन के लिए सिरोही पहुंचे अन्तर मंत्रालय केन्द्रीय दल ने बुधवार को सिरोही सर्किट हाउस के सभा कक्ष में अधिकारियों के साथ चर्चा की और क्षेत्रवार, विभागवार एवं प्रवृत्तिवार विस्तृत जानकारी ली।
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जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल ने केन्द्रीय अध्ययन दल को सिरोही जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं आदि के मद्देनजर सूखे व इससे प्रभावित जनजीवन और पशुओं पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ ही इससे संबंधित पहलुओं पर विस्तार से अवगत कराया और दल से आग्रह किया कि सिरोही जिले के इन वास्तविक हालातों और तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए पर्याप्त सहायता मुहैया कराई जाए।
बैठक में अंतर मंत्रालय केन्द्रीय दल में कृषि एवं परिवार कल्याण विभाग राज. जयपुर के निदेशक आर पी सिंह, ग्रामीण विकास विभाग नई दिल्ली के अवर निदेशक ( मनरेगा) दीप शेखर सिंघल एवं पशुपालन और डेयरी विभाग नई दिल्ली के चारा कृषि वैज्ञानिक विजय ठाकरे ने जिले के हालातों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और खरीफ में सूखे की स्थिति के कारण हुए नुकसान के बारे में कृषि, पशुपालन, जलदाय, पंचायतीराज, राजस्व विभाग के संबंधित अधिकारियों से चर्चा की और जानकारी प्राप्त की।
बैठक में संबंधित विभाग के अधिकारी समेत अतिरिक्त जिला कलक्टर कालूराम खौड , मुख्य कार्यकारी अधिकारी भागीरथ विश्नोई, उपखण्ड अधिकारी रमेश कुमार,पेयजल, कृषि, राजस्व, पशुपालन, सहकारिता सहित तमाम महत्वपूर्ण विभागों के जिलाधिकारीगण उपस्थित थे।
अंतर मंत्रालय केन्द्रीय दल में कृषि एवं परिवार कल्याण विभाग राज. जयपुर के निदेशक आर पी सिंह ने इस अवसर पर विश्वास दिलाया कि जिले के इन विषम हालातों के बारे में केन्द्र सरकार को अवगत कराया जाएगा और सिरोही जिले को हरसंभव राहत एवं सहायता के लिए प्रयास किए जाएंगे।
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जिला कलक्टर डॉ. भंवर लाल ने दल का स्वागत करते हुए जिले की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि खरीफ फसल के लिए एक जून से 30 सितम्बर, 2021 तक 10 वर्ष की तुलना में वर्ष 2021 में सिरोही ब्लाॅक में 57.87 प्रतिशत व शिवगंज ब्लाॅक 67.85 प्रतिशत वर्षा हुई हैं जो औसत वर्षा से कम है। जिससे कि पिछले 10 वर्षो के मुकाबले उत्पादन का प्रतिशत भी कम रहा जिसमें सिरोही में 5.23 प्रतिशत तथा शिवगंज में 22 प्रतिशत रहा कुल 12.48 प्रतिशत रहा। उन्होंने बताया कि सिरोही शिवगंज में सूखा प्रभावित 160 ग्राम है। जिनमें 75 से 100 प्रतिशत तक के 144 ग्राम है। उन्होंने बताया कि सिरोही-शिवगंज में कृषि योग्य भूमि का कुल क्षेत्रफल 109595 हैक्टेयर है, जिसमें से कुल 72061 हैक्टेयर भूमि में फसल की बुवाई खरीफ के दौरान की गई थी, जिसमें से 63171 हैक्टेयर भूमि में वर्षा की कमी से फसल खराब हुई है। उक्त खरीफ फसल के दौरान काश्तकारों को हुए नुकसान के लिए राज्य सरकार की तरफ से आदान- अनुदान वितरण के लिए आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग राज. जयपुर से बजट की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों की योजना, ग्रीष्मकाल में पेयजल परिवहन आदि पर विस्तार से जानकारी दी।
जन प्रतिनिधियों ने दिए महत्वपूर्ण एवं व्यावहारिक सुझाव
सिरोही-शिवगंज विधायक संयम लोढा ने दल को बताया कि क्षेत्र में बरसात कम होने के कारण अकाल के हालात बने रहते हैं। इस बार भी बारिश नहीं हुई। इससे किसानों की बोयी गई फसलें खराब हो गई। इसी प्रकार आवश्यकता से कम पानी की उपलब्धता के कारण भी फसलों में व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है।
उन्होंने राय जाहिर की कि ऐसे कठिन हालातों में पशुधन को बचाने के लिए जल्द से जल्द व्यापक पैमाने पर राहत एवं सहायता के साथ ही पशु शिविरों के संचालन, पशुपालकों को चारा उपलब्ध कराने और भूमिहीन पशुपालकों के पशुओं के लिए भी पशु शिविरों का लाभ दिए जाने और सभी प्रकार का सहयोग दिए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए लघु एवं सीमान्त कृषकों को लाभान्वित करने के लिए बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इनकी क्रियान्विति होने पर अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित होने का अवसर प्राप्त हो सकेगा।
इस अवसर जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित व प्रधान हंसमुख कुमार ने भी अपने सुझावों एवं राय को केन्द्रीय दल के समक्ष रखा।