मगरीवाड़ा। आज रेवदर ब्लॉक के मगरीवाडा में ग्राम पंचायत मगरीवाडा, ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट फोर मदर एंड चाइल्ड-सिरोही, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सास बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सम्मेलन में इस बात पर विशेष रूप से फोकस किया गया कि पहला बच्चा शादी के दो साल बाद तथा दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतर होना जरूरी हैं। सम्मेलन में जानकारी दी गई कि प्रत्येक माह की 9 तारीख को सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की जांच नि:शुल्क की जाती हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए, सामाजिक दूरी व मास्क के उपयोग पर भी विशेष बल दिया गया। सास-बहू सम्मेलन में जागरूक महिलाओं को सम्मानित किया गया।
आयोजित सास-बहू सम्मेलन में मगरीवाड़ा सरपंच मफाराम भील, पंचायत समिति सदस्य प्रभावती जोशी, ममता संस्था के कार्यक्रम अधिकारी जबराराम, प्रवीण विश्नोई आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर मगरीवाडा ग्राम पंचायत के सरपंच मफाराम भील ने कहा कि आशा सहयोगिनी खुल कर गांवों में रहने वाली सास-बहुओं से चर्चा कर सास-बहुओं को समझा रही हैं कि छोटा परिवार होने से क्या फायदे हो सकते हैं। वो अपना परिवार छोटा किस प्रकार रख सकतीं है, किन साधनों का प्रयोग कर सकती हैं। साथ ही उनकी सास भी अपनी बहू के परिवार छोटा रखने के फैसले का स्वागत करें और उनका मानसिक रूप से सहयोग करें।
इस अवसर पर उपसरपंच विक्रमसिंह ने कहा कि सास-बहू सम्मेलन में सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही आयु, विवाह के बाद कम से कम दो साल के बाद पहला बच्चा, पहले व दूसरे बच्चे में कम से कम 3 साल का अंतर, परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे में संपूर्ण जानकारी, परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि एवं परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों को अपनाने की जानकारी दी जा रही है इसका लाभ जरूर लेवें।
इस अवसर पर ममता संस्था के कार्यक्रम अधिकारी जबराराम ने कहा कि एएनएम व आशाओं द्वारा सम्मेलन में परिवार नियोजन, स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा हैं। सास-बहू ने अपने परिवार नियोजन संबंधी अनुभवों को साझा कर सास-बहू सम्मेलन के माध्यम से गांव की महिलाओं में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने की बात भी की। सम्मेलन में रस्साकशी, म्यूजिकल चेयर, चित्रकारी प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया सभी विजेताओं को संस्था द्वारा पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान एएनएम मंजू, संतोष आंगनवाड़ी कार्यकर्ता टीना जोशी, पार्वती देवी, सुशीला जोशी, रमिला जोशी,आशा सहयोगिनी नीरू कुंवर, रेखा जोशी, उषा कुंवर आदि उपस्थित रहे।