मण्डार। आज दिनांक 15 फरवरी 2024 को सूर्य सप्तमी के दिवस पर स्थानीय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मण्डार में प्रार्थना सभा में सूर्य नमस्कार का एक विशाल आयोजन किया गया।
जिसमें प्रधानाचार्य कालूराम रावल, सरपंच परबत सिंह देवड़ा, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी मनीष कुमार, विनोद कुमार गर्ग एवं अन्य गणमान्य नागरिकों सहित लगभग 650 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान विद्यालय के छात्र नीतीश कुमार एवं ऋतिक कुमार ने सूर्य नमस्कार कराया।
कार्यक्रम का संचालन चेतन कुमार वाणिका व्याख्याता द्वारा किया गया। इस दौरान शिक्षक भूराराम मेघवाल, कन्हैयालाल, हीना गुरू, सकीना बोहरा, संजय सोलंकी, ठाकर सिंह गुर्जर आदि उपस्थित रहे।
राजस्थान में 75 लाख छात्र-छात्राओं ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर बनाया विश्व रिकॉर्ड
अब सरकारी स्कूलों में प्रार्थना के बाद प्रतिदिन सूर्य नमस्कार होगा। विरोध करने वालों को सूर्य देवता सद्बुद्धि दें-शिक्षा मंत्री मदन दिलावर।
15 फरवरी को राजस्थान के सरकारी और निजी स्कूलों में 75 लाख छात्र-छात्राओं ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बना लिया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने विश्व रिकॉर्ड के लिए विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों और विभाग के अधिकारियों का आभार जताया है। जयपुर में हुए समारोह में दिलावर स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सूर्य सप्तमी पर हुआ यह अभ्यास पूरी तरह सफल रहा है। छात्र-छात्राओं ने जिस उत्साह के साथ सूर्य नमस्कार किया, उसे देखते हुए अब प्रदेश भर की सरकारी स्कूलों में प्रार्थना के बाद सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार के लिए दस मिनट का समय निर्धारित किया गया है। दिलावर का कहना रहा कि सूर्य नमस्कार स्वस्थ रहने के लिए भी जरूरी है, लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग सूर्य नमस्कार का विरोध कर रहे हैं। मैं सूर्य देवता से प्रार्थना करता हूं कि विरोध करने वालों को सद्बुद्धि दे। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यदि बच्चे स्वस्थ रहेंगे तो पढ़ाई भी अच्छी तरह कर सकेंगे। सूर्य नमस्कार की क्रिया सही तरीके से हो इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढऩे वाले अनेक छात्र-छात्राएं अपने घरों पर पहले से ही सूर्य नमस्कार कर रहे हैं। यह योग की एक क्रिया भी है। मालूम हो कि प्रदेश के कई मुस्लिम संगठनों ने 15 फरवरी के सूर्य नमस्कार के आयोजन का विरोध किया था। ऐसे संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुस्लिम छात्र-छात्राओं से सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील भी की थी।