जयपुर। दूसरी डिलीवरी होने पर गर्भवती महिलाओं को 6000 हजार रुपये की सरकारी सहायता मिलेगी।
गौरतलब है कि प्रथम डिलीवरी होने पर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत भी गर्भवती महिलाओं को 5000 हजार रुपये का सहयोग मिलता हैं। अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र और सरकारी अस्पताल में करें सम्पर्क।
सफलता की कहानी- इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना- गर्भवती रीना और मीना को मिली पौष्टिक आहार के लिए सरकारी सहायता
अजमेर जिले के नाइ कलां खुर्द की रहने वाली गर्भवती महिला रीना देवी को इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की जानकारी नहीं थी। इस गर्भवती महिला के बारे में जानकारी के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संर्पक किया गया। उन्होंने बताया कि रीना देवी के दूसरी प्रेगनेंसी है। इसमे इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का लाभ मिलना है। इसके लिए आपको रीना देवी का ममता कार्ड लेना है और जन आधार र्काड में बैंक खाता नंबर जुड़वाने है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस महिला को इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का लाभ मिल पाएगा। यह समस्त दस्तावेज लेने के बाद महिला पर्यवेक्षक से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाया गया। उसके बाद सीडीपीओ से स्वीकृत कराया गया। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद 15 दिन में लार्भाथी को लाभ मिल गया। इस राशि का उपयोग रीना ने अपने अच्छे पोष्टिक आहार में उपयोग किया। रीना ने इस योजना का लाभ मिलने के बाद राजस्थान सरकार को धन्यवाद दिया।
मीना देवी ने खानपान में पौष्टिक आहार का उपयोग किया शुरू
अजमेर की ही मीना देवी अरावली पर्वतमाला के सटे हुए गांव लूनेता की रहने वाली है। इसमें चारों तरफ पत्थर ही पत्थर है किसी प्रकार की जमीन नहीं है। इसके कारण उसका पति कमाने के लिए राज्य से बाहर जाता है और मीना देवी घर पर ही छोटा-मोटा कार्य कर अपने परिवार का खर्चा चलाती है। एसी स्थिति में खानपान के लिए उचित आहार मिलना मुश्किल था। मीना देवी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने संर्पक किया। उसे बताया कि इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत उसे सरकार की तरफ से एक हजार रूपए की सहायता राशि मिल सकती है। इससे वह प्रेगनेंसी समय में अच्छा पोष्टिक आहार खा सकती है। यह बात सुनकर मीना देवी ने तुरंत अपने समस्त दस्तावेज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जमा करा दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने आईपी ग्लोबल केबीएसएम के पास भेज दिए बीएसएम के द्वारा महिला पर्यवेक्षक से सत्यापन करवाकर सीडीपीओ से स्वीकृत करवाया। यह राशि मिलने से मीना देवी बहुत खुश हुई और अपने खानपान में पौष्टिक आहार का उपयोग करने लगी। मीना देवी राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करती है। मयंक/रवीन्द्र