मण्डार। बहुचर्चित मैनी वाला मार्ग आज फिर चर्चा में आया। जब मैनी वाला मार्ग से गुजरने वाले दर्जनों किसान अपनी वेदना लेकर नायब तहसीलदार मण्डार आसूराम नायक एवं मण्डार सरपंच परबतसिंह देवड़ा के पास पहुंचे।
जहां उन्होंने उपतहसील मण्डार में नायब तहसीलदार मण्डार आसूराम नायक को एवं ग्राम पंचायत में सरपंच परबतसिंह को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मावा राम चौधरी, शांतिलाल चौधरी, वसनाराम पुरोहित, प्रताप भाई पुरोहित, आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश खंडेलवाल,धनाराम चौधरी,जयंतीलाल चौधरी,कसनाराम घांची ने बताया कि मैनी वाला मार्ग पर स्थित काफी खराब है पूरे गांव का गंदा पानी इसी मार्ग से गुजरता हैं। इस मार्ग से स्कूल जाने वाले नन्हें-मुन्ने बच्चों एवं किसानों को रोज गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता हैं। इस मार्ग पर बना नाला एवं सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं। इसको लेकर नायब तहसीलदार आसूराम नायक एवं सरपंच परबतसिंह ने जल्द ही समाधान की बात कही।
गौरतलब है कि इसी मार्ग पर पड़े ग्राम पंचायत मण्डार के दो भूखंडों पर सोमाराम पुत्र जवाराम घांची द्वारा तथाकथित भ्रष्ट जिम्मेदारों के साथ मिलकर अवैध अतिक्रमण किया गया हैं। इन दोनों भूखंडों की कीमत बाजार भाव लगभग (30) तीस लाख रुपये की है। यदि ग्राम पंचायत एवं प्रशासन इन दोनों भूखंडों पर किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाकर दोनों भूखंडों को आम नीलामी से नीलाम करे तो ना केवल ग्राम पंचायत मण्डार को लाखों रुपये की आय होगी बल्कि इसी मैनी वाले मार्ग की सभी समस्याओं का उचित समाधान होगा। आशा है कि ग्राम पंचायत मण्डार एवं प्रशासन में बैठे जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद से जागेंगे! मैनी वाले मार्ग का उद्धार होगा।