रेवदर। कस्बें में स्थित भारती हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर में कार्यरत नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉ एस एस भाटी की नॉर्मल डिलीवरी करवाने की ख्याति कई दशकों से पूरे प्रदेश में फैली हुई है। पूर्व में सिजेरियन हो चुकी गर्भवती महिलाओ तथा अन्य क्षेत्र के हॉस्पिटलो में सिजेरियन ऑपरेशन का बोलने पर गर्भवती महिलाएं सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर रेवदर स्थित भारती हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर पहुंच रही है। जहां सभी की डॉ एसएस भाटी नॉर्मल डिलीवरी करवा कर गर्भवती महिला और परिजनों को राहत प्रदान कर रहे हैं।
अभी के कुछ मामलें उदाहरण के रूप में- पूर्व में सिरोही के सबसे बड़े अस्पताल में हो रखी थी सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी। इस बार भी सिरोही में बोला सिजेरियन ऑपरेशन परिजन पहुंचे रेवदर स्थित भारती हॉस्पिटल जहां डॉक्टर एस एस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी।
श्रीमती गीता देवी पत्नी नरेश कुमार चौधरी निवासी कृष्णगंज मेड़ा ( सिरोही ) के पूर्व में सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी। इस बार भी पूर्व में सिजेरियन ऑपरेशन होने और गर्भ में उल्टा बच्चा होने की वजह से सिरोही में सिजेरियन ऑपरेशन ही डिलीवरी का एकमात्र रास्ता बताया मगर परिजन ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते थे। अतः नॉर्मल डिलीवरी की आस लिए रेवदर स्थित भारती हॉस्पिटल पहुंचकर नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एस एस भाटी से मिले। जहाँ डॉक्टर एस एस भाटी ने परिजनों को नॉर्मल डिलीवरी करवाने का पूरा विश्वास दिलाया और मात्र कुछ ही समय में बिना चीरा बिना टांका के सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी करवा कर परिजनों को राहत प्रदान की।
डॉक्टर एस एस भाटी की डिलीवरी करवाने में बढ़ती ख्याति देख दूर दराज क्षेत्रों से गर्भवती महिलाएं रेवदर भारती हॉस्पिटल पहुंच रही है-
1. श्रीमती रिंकू देवी पत्नी प्रवीण कुमार वाल्मीकि निवासी बालेरा (सांचौर) 106 किलोमीटर की दूरी तय कर रेवदर भारती हॉस्पिटल पहुंचे।
2. श्रीमती गीता देवी पत्नी गोपाल देवासी निवासी वीर झाडोली (शिवगंज) 95 किलोमीटर की दूरी तय कर रेवदर भारती हॉस्पिटल पहुंचे।
3. श्रीमती आरती बेन पत्नी राजूराम कोली निवासी छोटा भीलडा (बनासकांठा) 72 किलोमीटर की दूरी तय कर रेवदर भारती हॉस्पिटल पहुंचे।
4. श्रीमती सती बेन पत्नी नरेश कुमार चौधरी निवासी धनपुरा (रेवदर) भी नॉर्मल डिलीवरी के लिए रेवदर स्थित भारती हॉस्पिटल पहुंचे।
5. श्रीमती लीला कुंवर पत्नी पूरन सिंह राजपूत निवासी वरमान (रेवदर) भी नॉर्मल डिलीवरी के लिए भारती हॉस्पिटल पहुंचे जहां उन्हें 5 किलो 500 ग्राम वजनी पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इन सभी की नॉर्मल डिलीवरी हुई करवाकर डॉ भाटी ने मातृशक्ति को राहत प्रदान की।