सिरोही। अन्याय के खिलाफ संघर्ष करते हुए न्याय के रक्षक की भूमिका निभाई है। सिरोही जिला मुख्यालय पर स्थित करणी छात्रावास में संचालन समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
करणी छात्रावास व चारण समाज सिरोही के जिलाध्यक्ष एडवोकेट राजेन्द्रसिंह आढा ने सर्वप्रथम माँ लूंगमा को वंदन करते हुए, समाज के सभी बंधुओं को हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाएं दी साथ ही सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आढा ने बताया कि चारण समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है जिसमें समाज को नई दिशा दी है। चाहे फिर वह कलम से,तलवार से या नेतृत्व से हो हमेशा सम्पूर्ण मानव समाज में एक अमिट छाप छोड़ी है। चारण समाज हमेशा अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने वाला व न्याय के रक्षक के रूप में हमेशा भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि हमनें अभी इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए, एक बच्ची की रक्षा करते हुए,समाज में एक नेक सन्देश दिया है कि यदि सेवाभाव से सेवा की जाए तो सर्व समाज पुलिस को भी अच्छा सम्मान देती हैं। इसके लिए उन्होंने अभी कुछ समय पूर्व सिरोही में कुकर्म को रोकने वाले लाभु सिंह रतनू का उदाहरण दिया।
इस दौरान कर्मचारियों के लिए हमेशा से संघर्ष करने वाले, समाजसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले नर्सेज़ अध्यक्ष व अभी एकीकृत महासंघ सिरोही के जिलाध्यक्ष बनाये गए जीवत दान चारण एवं लाभूसिंह रतनु का फूल माला एवं साफ़ा पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष जीवत दान चारण व लाभु सिंह रतनू ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज के द्वारा किये गए मान सम्मान, समाज सेवा एवं सच्चाई के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए वे हमेशा समाज के ऋणी रहेंगे। वही डूंगरदान चारण वलदरा, लूंगमाँ सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि ये छात्रावास बहुत ही सही तरीके से चल रहा है, जिसमे पूरे संभाग भर से आए छात्र पढ़ कर तैयारी कर रहे है। यहाँ पर बहुत ही अच्छा वातावरण बना हुआ है , इसी वातावरण में बच्चें, पढ़ लिख कर समाज को गौरवांवित करे।
कई बच्चे यहाँ से पढ़कर विभिन्न सरकारी नौकरी में लग कर,घर-परिवार सहित समाज का नाम रोशन कर रहे है। करणी छात्रावास के संचालक पुष्पेन्द्र सिंह आढा ने पिछली बैठक में लिए गए प्रस्ताव के तहत किये गए कार्यो आदि का लेखा जोखा, समिति के सामने रखा। साथ ही आगामी दिनों के लिए कई प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये। जिसमे जिस भी भामाशाह ने छात्रावास के लिए कोई घोषणाओं की है वे अतिशीघ्र पूरा करें। साथ ही उन सभी भामाशाह का आभार व्यक्त किया गया जो छात्रों की किसी भी कमी या जरूरत है उसे हाथो हाथ घोषणा के माध्यम से पूरा करते है। उनका कोटि कोटि आभार व्यक्त किया गया। छात्रावास में ही वातानुकूलित लाइब्रेरी का समिति ने अवलोकन कर , लाइब्रेरी कक्ष का फर्नीचर व सभी सुविधाएं विकसित कराने वाले भामाशाह सुमेरसिंह मिरगेश्वर का समिति ने आभार व्यक्त किया।
जो होस्टल सुधार के लिए साथ ही किसी भी कार्य के लिए हमेशा तैयार रहते है। होस्टल कि प्रति छात्र फीस में 300 रुपये की बढ़ोतरी व आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के फीस में 25 प्रतिशत की कमी गई। जून में छात्रावास में पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया व छात्रावास संचालन समिति के सदस्यों को बढ़ाने व अन्य कई उपयोगी प्रस्ताव प्रस्तुत किये गए। आवड़दान खाण ने छात्रावास संचालन समिति के सभी सदस्यों को अधिक से अधिक मीटिंग में आकर सुझावों के साथ मार्गदर्शन के लिए अपील की। राजेन्द्रसिंह आढा,जीवत दान चारण पुनावा , डूंगर सिंह वलदरा , लाभु सिंह रतनू , आवड़ दान खाण, श्रेणी दान , विक्रमसिंह वाघुंडी सहित कई समाज बन्धु व छात्र उपस्थिति थे। इस दौरान मंच संचालन अवधेशसिंह ने किया।