सोरडा। हमारी आने वाली पीढियों को बचाने के लिए हमें आज से ही जैविक खेती का उपयोग शुरू कर देना चाहिए।
यह बात भारतीय किसान संघ के सिरोही जिलाध्यक्ष मावाराम चौधरी ने सोरड़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में कही। उन्होंने बताया कि आजादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके है हम लोगों को आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने यानी साक्षी होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव के इस कार्यक्रम में भारतीय किसान संघ जिला अध्यक्ष सिरोही के नाते मावाराम ने अपनी बात रखी, उन्होंने बड़े ही अच्छे तरीके से किसान बंधुओं, ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों को वर्तमान कृषि एवं जैविक खेती के अंतर के बारे में बताया। उन्होंने कार्यक्रम में आए सभी ग्रामवासियों, आस पास के गांव से पधारे हुए सभी भामाशाहों एवं सभी महानुभावों को साथ ही देश की आजादी के लिए अपने प्राण रुपी पुष्प अर्पित करने वाले वीर सपूतों के श्री चरणों में नमन करते हुए सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। भारतीय किसान संघ जिला अध्यक्ष ने अपनी बात रखते हुए क्षेत्र के सभी किसान भाईयों को बताया कि खेती में पिछले लगभग तीस वर्षों से रासायनिक खाद उर्वरकों,कीटनाशक दवाओं से हमारी धरती माता यानी भारत माता दूषित हो रही हैं। उन्होंने बताया कि रासायनिक खाद की जब देश को आवश्यकता थी तब तक उसका उपयोग करना था एवं हमनें किया भी लेकिन वर्तमान में हम इसका आर्थिक रूप से लाभ कमाने के लालच में लगातार उपयोग करते आ रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप आज जमीन हानिकारक रसायनों से लगभग पूरी तरह दूषित होने के कगार तक पहुंच गई है। ऐसे समय में हमारे लिए शुद्ध अन्न व जल मिलना कठिन हो गया है। रासायनिक वस्तुओं के उपभोग से आज हम सबकी शारीरिक शक्तियां कमजोर होती जा रही है। हर घर, हर खेत में बिमारी अपने पांव पसारने को आतुर है। जिसकें कारण हर परिवार में दवाइयों का आर्थिक बोझ भी बढता जा रहा है।
हमारी युवा पीढ़ी लगातार कमजोर होती जा रही है। अतः इस आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आप सभी किसान भाईयों एवं गण-मान्य नागरिकों से मैं मावाराम जिलाध्यक्ष किसान संघ की तरफ से निवेदन करता हूं कि आज हम एक दृढ़ संकल्प लेकर जाए की हम सभी किसान भाई अपने घर परिवार के लिए बिना रसायन व कीटनाशक दवाओं के केवल शुद्ध जैविक खेती करने का प्रयास करेंगे। अपने लिए एवं देश के लिए शुद्ध जैविक अन्न पैदा करेंगे,जिससें अपनी खेती की लागत कम आएगी एवं अपनी फसल का अच्छा लाभ मिले ऐसा प्रयास जरूर करेंगे। कार्यक्रम में आए सभी जनप्रतिनिधियों, सरकारी कार्मिको, ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों ने बड़े ही गौर से इस बात को ग्रहण किया एवं संकल्प भी लिया। इस दौरान सोरड़ा सरपंच लेहराराम भाट, प्रिंसिपल अनिल जीनगर,सेवानिवृत्त शिक्षक बाबूलाल जोशी सहित कई लोग उपस्थित थे।