मण्डार। अतिक्रमी सोमाराम जवाराम घांची द्वारा लाखों रुपये की सरकारी भूमि पर दिन दहाड़ें अवैध अतिक्रमण कर ग्राम पंचायत मण्डार को चुनौती दी गई थी।
जिस पर मण्डार के दबंग,युवा एवं मेहनती सरपंच परबत सिंह ने मात्र 22 घंटे में ही खुद मौके पर जाकर अवैध अतिक्रमण को हटवाया। सरकारी भूमि पर लगाए गए सीमेंट के पिलर एवं तारबंदी को हाथों-हाथ हटवाया।
मण्डार के युवा सरपंच परबत सिंह द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई को लेकर ना केवल मण्डार बल्कि पूरे जिले भर में आम जनता में अच्छा सन्देश गया हैं।
जनता का कहना है कि मण्डार सरपंच परबत सिंह हर काम त्वरित एवं न्यायप्रिय तरीक़े से करते हैं। आस पास के गांवों के लोग यह कहते सुने जाते है कि काश हमारे गांव में भी मण्डार सरपंच परबत सिंह जैसा व्यक्ति सरपंच होता। ग्रामीणों के अनुसार मण्डार सरपंच परबत सिंह ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भांति गांव हित में अपना योगदान दे रहे हैं।
वे दिन के 24 घंटे में से करीब 16 से 18 घंटे गांव हित में कार्य करते हैं। अतिक्रमण हटाने के बाद ग्रामीणों को कहना है कि इस सरकारी भूमि को नीलाम कर दिया जाए ताकि कोई अतिक्रमी वापस अतिक्रमण ना करें।
साथ ही नीलामी से प्राप्त होने वाली धनराशि से इसी मार्ग पर जाने वाले मैनी वाले रास्ते पर शानदार सड़क एवं अच्छा नाला बनाया जा सकता हैं। ताकि यहाँ से खेत पर जाने वाले किसानों एवं स्कूल जाने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों को कीचड़ में होकर नहीं जाना पड़ेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि युवा, संवेदनशील सरपंच परबत सिंह जनहित में कार्य करेंगे और उनकी सुनवाई जरूर करेंगे। अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान वार्ड पंच(दो नंबर) प्रतिनिधि सुरेश कुमार घांची, वार्ड पंच(एक नंबर) अर्जुनराम भील आदि मौजूद थे।