सिरोही। देशी डिप्लोमा कार्यक्रम में आदान विक्रेताओं को गुणवत्तापुर्ण आदानों का विपणन, खाद, बीज, उर्वरक, पेस्टिसाइड से सम्बन्धित कानून, फसलों में कीट, व्याधि की पहचान, खरपतवार की पहचान, रसायनों का आवश्यकतानुसार उपयोग आदि की जानकारी दी जायेगी।
परियोजना निदेशक आत्मा कार्यालय के आत्मा सभागार में ‘‘डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेन्शन सर्विसेज‘‘ कृषि आदान विक्रेताओं का डिप्लोमा कोर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। परियोजना निदेशक आत्मा पुरूषोतम लाल भट्ट ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम की शुरूआत जिला कलक्टर डाॅ. भंवरलाल द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। जिला कलक्टर ने सभी प्रशिक्षुओं को कृषि आदानों की गुणवत्ता व किसानों की जरूरत के अनुसार कृषि आदान विपणन हेतु निर्देश दिये।
जिलाधीश महोदय द्वारा कार्यक्रम में वर्ष 2019-20 के देसी डिप्लोमा कार्यक्रम में विजेता प्रथम हितेश कुमार पुत्र लीलाराम, द्वितीय समीर पटेल पुत्र रमेश भाई पटेल, तृतीय रमेश कुमार पुत्र दानाराम को प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान किये गये। राज्य कृषि प्रबन्धन संस्थान, दुर्गापुरा, जयपुर से आये डाॅ. के.के. मंगल ने बताया कि उक्त देशी डिप्लोमा कार्यक्रम में आदान विक्रेताओं को गुणवत्तापुर्ण आदानों का विपणन, खाद, बीज, उर्वरक, पेस्टिसाइड से सम्बन्धित कानून, फसलों में कीट, व्याधि की पहचान, खरपतवार की पहचान, रसायनों का आवश्यकतानुसार उपयोग आदि की जानकारी दी जायेगी। वर्ष 2022-23 में 40 प्रशिक्षुओं को शनिवार, रविवार को नियमित क्लासेज द्वारा कोर्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा इसके साथ ही सभी प्रशिक्षुओं को 8 क्षेत्र भ्रमण कराकर प्रायोगिक जानकारी दी जायेगी।
कार्यक्रम में बीज निगम से विषय विशेषज्ञ अधिकारी श्रीमती योगीता गुप्ता, उप निदेशक कृषि (विस्तार) संजय तनेजा, परियोजना निदेशक आत्मा पुरूषोतम लाल भट्ट, कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी आर.एस.चौधरी, उद्यान विभाग से डाॅ. हेमराज मीना, डाॅ. प्रदीप सिंह राठौड, डाॅ. पन्नालाल चैधरी व अन्य अधिकारी मौजूद थे। अंत में डिप्लोमा प्रशिक्षण के प्रभारी समन्वयक चेतन प्रकाश वर्मा द्वारा सभी सम्मानीय अतिथियों, अधिकारियों व प्रशिक्षुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।