जुआदरा। प्राकृतिक संसाधनों के साथ छेड़छाड़ हो रही है प्रशासन धृतराष्ट्र बन बैठा है!
जुआदरा नदी के बीच में ही बजरी माफियाओं ने नियम कानूनों को ठेंगा दिखा कर ग्रेवल सड़क तक बना दी।
गुंदवाड़ा के युवा सरपंच वगताराम चौधरी ने बताया कि जुआदरा नदी में जेसीबी मशीन से अवैध खनन कर नियम विरुद्ध ग्रेवल सड़क बना कर एवं खनन कर नदी के अस्तित्व को ही नष्ट करने की कोशिश हो रही हैं। साथ ही बजरी माफियाओं के द्वारा अपनी मन मर्जी की जा रही हैं।
इस प्रकार से तो जुआदरा नदी का अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व भी यहां इसी नदी में वर्ष 2020 में अवैध खनन कर ग्रेवल सड़क बनाई गई थी। इसी नदी में बजरी का अवैध खनन कर कई मीटर गहरे गड्ढे कर दिए गए थे। उन्ही खड्डों में तब बारिश के मौसम में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। साथ ही कई जानवर भी अपनी जान खो चुके थे। क्या प्रशासन अभी भी किसी मौत का इंतजार कर रहा है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 431 के अनुसार, जो कोई किसी ऐसे कार्य के करने द्वारा रिष्टि करेगा, जिससे किसी लोक सड़क, पुल, नाव्य, नदी या प्राकॄतिक या कॄत्रिम नाव्य जलसरणी को यात्रा या सम्पत्ति प्रवहण के लिए अगम्य या कम निरापद बना दिया जाए या बना दिया जाना वह सम्भाव्य जानता हो, वह दोनो में से कोई भी। यह अपराध की श्रेणी में आता हैं।