सिरोही। जिले में मेडिकल एवं चिकित्सा क्षेत्र की बड़ी गौरवमयी उपलब्धि को एवं देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री की गरिमा वाले कार्यक्रम को आखिर छोटा करने की कोशिश क्यों हुई? भाजपा नगर अध्यक्ष ने सवालों की लगाई बौछार, कहा राज्य सरकार व जिला प्रशासन जवाब दे,लगाया आरोप कि जानबूझकर आमजन व भाजपा जनप्रतिनिधियों को दूर रखकर किया अपमान
भाजपा नगर अध्यक्ष लोकेश खण्डेलवाल ने सिरोही में बनने जा रहे मेडिकल कॉलेज और उसके शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर हुई अव्यवस्थाओं के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के नेताओं, राजस्थान सरकार एवं प्रशासन पर ठीकरा फोड़कर उन पर सियासी रंग देने का गंभीर आरोप लगाया है। नगर अध्यक्ष ने सरकार पर निशाना साधकर कांग्रेस को इस शर्मनाक घटना के लिए कटघरे में खड़ा किया।
लोकेश खंडेलवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की सिरोही की जनता आज मेडिकल कॉलेज के वर्चुअल शिलान्यास समारोह में उठे सवालों के जवाब प्रशासन से मांग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा कार्यक्रम में हुई अव्यवस्थाओं, अराजकता तथा कार्यक्रम को हंगामे की भेंट चढ़ाने पर लगे सवालिया निशानों का।
मौके पर जो जवाब सांसद देवजी पटेल ने अधिकारियों से मांगे उनके व्यवहारिक व तार्किक जवाब जिम्मेदारों के पास क्यों नहीं थे? किसके इशारे पर पल-पल बदल रही थी व्यवस्थाएं और आयोजन को लेकर क्यों गोपनीयता रखी गई? मीडिया को भी सटीक जानकारी व कवरेज से दूर रखा गया। आखिर प्रशासन द्वारा इतनी बड़ी गौरवमयी उपलब्धि को छोटा करने का काम क्यों किया गया? जब प्रशासन के पास संतोषजनक जवाब नहीं थे तो अधिकारी क्यों सांसद से वाकयुद्ध करते रहे?
खंडेलवाल ने तीव्र प्रतिक्रिया में कहा कि अगर कोरोना बड़ा मुद्दा था तो क्या जिले या प्रदेश में इस प्रकार के सरकारी आयोजनों में सख्ती से पालना हो रही है? अगर राज्य सरकार या सीएमओ से सब कुछ हो रहा था तो उन्होंने कार्यक्रम को शॉर्ट किस मंशा से किया ?
खंडेलवाल ने कांग्रेस सरकार पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए सवाल दागा कि जब सरकार ने हॉस्पिटल परिसर में ही कार्यक्रम करने के निर्देश दिए थे तो एक दिन पूर्व मेडिकल कॉलेज की भूमि पर साफ-सफाई व तैयारियां शुरू क्यों की गई थी? कार्यक्रम की एक दिन पूर्व संध्या तक जिम्मेदार अधिकारी असमंजस की स्थिति में क्यों थे? प्रशासन द्वारा सरकारी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को कम करके आंकने की कोशिश क्यो हुई? क्या वास्तव में सिरोही में कोई बड़ा हॉल, मैदान, परिसर उपलब्ध नहीं था? सांसद की नाराजगी छोटे स्थान एवं कमरे मे सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर थी तो उसमें श्रेय की बात उछालकर गुमराह क्यों किया गया?
खंडेलवाल ने इस संपूर्ण घटनाक्रम पर इसे प्रशासनिक अदूरदर्शिता का परिचायक बताते हुए कहा की क्या सरकार व प्रशासन को आमजन व पार्टी समर्थकों व कार्यकर्ताओं के वहा आने का पूर्वाभास नहीं था? देवनगरी के लिए आज तक की सबसे बड़ी सौगात और बड़ी उपलब्धि के साथ क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दे पर बड़ा कार्य सरकार की ओर से हो रहा था तो लोगों के आने की संभावना भी पक्की थी फिर जानबूझकर प्रशासन ने इस गंभीर बात को नजरअंदाज करके दोनों दलों के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भिड़ाने के लिए आमने-सामने खड़ा करने की नौबत क्यों लाई? एनएसयूआई राष्ट्रीय संयोजक किस हैसियत से कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और उनके साथ बाहरी भाग में महिला कांग्रेस की हेमलता शर्मा और उनके कार्यकर्ता हंगामा, नारेबाजी करके लोगों को गुमराह कर बखेड़ा क्यों कर रहे थे? खंडेलवाल ने कहा कि इसके अलावा भी अनेक सवाल के जवाब जनता पूछना चाह रही है।