जयपुर। सभी जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए कि वे तहसीलों के ऑनलाइन व मॉडर्न रिकॉर्ड रूम स्थापना कार्यो की सतत मोनिटरिंग करें। नियमित बैठकों में भी फील्ड ऑफिसर्स से प्रगति का फीडबैक लें। कार्य निस्तारण में आ रही समस्याओं का व्यावहारिक समाधान निकाला जाए। राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने राजस्थान में चल रहे भू अभिलेख आधुनिकीकरण के कार्यों को पूर्ण गम्भीरता एवम जवाबदेही के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
मण्डल अध्यक्ष ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से सभी जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए कि वे तहसीलों के ऑनलाइन व मॉडर्न रिकॉर्ड रूम स्थापना कार्यो की सतत मोनिटरिंग करें। नियमित बैठकों में भी फील्ड ऑफिसर्स से प्रगति का फीडबैक लें। कार्य निस्तारण में आ रही समस्याओं का व्यावहारिक समाधान निकाला जाए। सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान सुनिश्चित किया जाए।
सिंह ने निर्देश दिए कि मॉडर्न रिकॉर्ड रूम के कार्यो में चरणबद्ध रूप से कार्य पूर्ण होते ही भुगतान की व्यवस्था की जाए ताकि अगले चरणों का कार्य निर्बाध रूप से पूरा हो।
विभागों में बने बेहतर समन्वय
राजेश्वर सिंह ने कहा कि डीआईएलआरएमपी के विविध स्तरीय दायित्वों के निर्वहन में आ रही तकनीकी, प्रशासनिक एवम व्यावहारिक समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए राजस्व विभाग, भू प्रबन्ध विभाग एवम राजस्व मंडल के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किए जाने की आवश्यकता है।
तहसील-उप तहसील भवनों के प्रस्ताव भेजें
मण्डल अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा वर्ष 2020-21 एवम 2021-22 के तहत नवसृजित व नव क्रमोन्नत 94 तहसील एवम उपतहसील भवनों के लिए जिन ज़िलों प्रस्ताव नहीं भिजवाए गए हैं वे यथाशीघ्र प्रस्ताव भिजवाएं।
राष्ट्रीय लोक अदालत से पूर्व हो बेहतर तैयारी
अध्यक्ष ने आगामी 13 मार्च को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक प्रकरणों के निस्तारण का लक्ष्य बनाते हुए प्रभावी तैयारी समय रहते करने में निर्देश दिये। उन्होंने इसके लिए जिला स्तरीय समन्वयक भी नियुक्त करने की बात कही।
वीसी में राजस्व मंडल से कार्यकारी निबन्धक भंवर सिंह सांदू, उप निबंधक भावना गर्ग, वित्तीय सलाहकार सूरजप्रकाश मोंगा, जिलों के अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त, जिला कलक्टर्स, जयपुर से भू प्रबन्ध, राजस्व विभाग आदि कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और अपने दायित्व, प्रगति एवम समस्याओं से अवगत कराया।