मण्डार। कस्बें में रीको के पास स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के आराधना भवन में आज महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस दौरान बी. के. डॉ गीता बहन द्वारा मानव जीवन के उद्देश्य पर विशेष प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि कौन व्यक्ति सुपूत है और कौन व्यक्ति सुपूत बन सकता हैं। इस बारे में उन्होंने आए सभी लोगों में जागरूकता पैदा की। इस दौरान उन्होंने लोगों को नशे से दूर रहने एवं ईश्वर के प्रति निष्ठावान बनने की बात कही। इस दौरान कई लोग उनकी प्रेरणा से नशा मुक्ति के प्रति जागरूक भी हुए और कई लोगों ने तो हाथों-हाथ नशा छोड़ने का संकल्प भी लिया। इस दौरान कस्बें में सात दिन चलने वाले नशा मुक्ति कार्यक्रम की भी शुरुआत की गई।
बृह्माकुमारी के आराधना भवन में महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष में शिवध्वजा भी चढ़ाई गई। इस पावन अवसर पर बीके राजीव भाई के हाथों सात दिवसीय व्यसन मुक्ति अभियान का शुभारंभ भी कलश और शिव ध्वजा देकर किया गया। इस दौरान कार्यक्रम की मुख्य वक्ता बी. के. डॉ गीता बहन भीनमाल ने शिवरात्रि का महत्व बताते हुए जागरण और व्रत का अपने जीवन में क्या महत्व है इस पर विशेष प्रकाश डाला।
राउलकेला से आए हुए ब्रह्मा कुमार राजीव भाई ने विशेष रूप से इस पर प्रकाश डाला कि व्यसन मुक्त जीवन हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। वही रानीवाड़ा से आई सुनीता बहन ने मेहमानों का स्वागत किया। मंडार संस्था संचालक बी. के. शैल बहन ने मंच संचालन किया। इस दौरान बी. के. गुंजन, प्रगाराम,रणछोड़ भाई प्रजापत, रावताराम, अगरा राम, पुनमा राम, रावताराम प्रजापत, सेवानिवृत्त शिक्षक दानाराम गर्ग रेवदर, सुरेश प्रजापत, सेवानिवृत्त शिक्षक अमराराम मेघवाल, मंछाराम, दीपाराम, उकाराम, गोविन्द कुमार संपादक गांवों का संगी न्यूज़ सहित कई मातृशक्ति एवं ग्रामीण मौजूद थे।