रेवदर/मण्डार। अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित युवा रविन्द्र कुमार मेघवाल मण्डार का पूरे ज़िलेभर में ग्रामीणों ने फूल माला एवं साफ़ा पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।
गौरतलब है कि युवा आईएएस रविन्द्र कुमार मेघवाल ने अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा एग्जाम में पूरे भारत भर में 138वीं रैंक प्राप्त की हैं। सिरोही ज़िले से यह ग्रामीण युवा पहला आईएएस अधिकारी बना हैं।
युवा आईएएस रविंद्र के जयपुर से आबूरोड़ रेलवे स्टेशन पहुंचने पर विजय गोठवाल आबूरोड के नेतृत्व में ग्रामीणों ने फूल माला एवं साफ़ा पहनाकर भव्य स्वागत किया। इस दौरान अजय वाला आबूरोड़, गणपत मेघवाल, जगदीश परमार, मोहनलाल, नारायण लाल, कपूर लाल, रतनलाल, विष्णु गहलोत, प्रवीण कुमार, हरसन कुमार, मुकेश रामपुरा, नवाराम, जीवाराम, शंकरलाल, रमेश कुमार, मनीष कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने स्वागत किया। युवा आईएएस रविंद्र का रेवदर में बस स्टैंड पर मेघवाल समाज परिवर्तन युवा समिति द्वारा माला एवं साफ़ा पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान अशोक कुमार, चेतनप्रकाश, मुकेश कुमार, पूराराम, प्रवीण कुमार, जीवाराम, जवाना राम, खंगार राम, महेंद्र कुमार, पिंटू, रेवाराम, दिनेश कुमार, कानाराम सहित सैकड़ों युवाओं ने स्वागत किया।
मण्डार बस स्टैंड से लगाकर मुख्य बाजार होते हुए घर तक युवा आईएएस रविंद्र का ग्रामीणों ने दिलखोलकर किया भव्य स्वागत और अभिनंदन। गौरतलब है कि रविंद्र ने शुरुआती शिक्षा आदर्श विद्या मंदिर मण्डार से कक्षा पांचवीं तक प्राप्त की थी। उसके बाद जवाहर नवोदय विद्यालय कालन्द्री में चयन होने पर कक्षा छह से बारहवीं कक्षा तक वही से शिक्षा प्राप्त की। अपनी ग्रेजुएशन मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर से पूरी की। मन में एक लक्ष्य था आईएएस बनने का जो इस युवा ने अपनी मेहनत, लगन एवं धैर्य से पा लिया। रविंद्र के मण्डार आगमन पर हर कोई स्वागत को लेकर आतुर था। हो भी क्यों नहीं पहली बार गांव का युवा आईएएस जो बना हैं। रविन्द्र के दादाजी अमराराम मेघवाल, पिताजी जीवाराम, चाचा शंकरलाल, रमेश कुमार एवं पूरे परिवार के सदस्य खुशी से झूम उठे थे। इस स्वागत के दौरान श्री रामचंद्रजी मंदिर कुषमा में स्थित श्री बाबा रामदेव मंदिर के संत महेशनाथ,सरपंच परबत सिंह देवड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता मफतलाल बुनकर, मुकेश रामपुरा, जगदीश कुमार, कुलदीप रामपुरा, महेश कुमार, लवजीराम, हीरा लाल, अनिल जीनगर, अजय टांक, शकूर भाटी, अशरफ असगरी, महेंद्र कुमार, भूराराम, नवाराम, बाबूलाल, लालाराम सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।