मंडार। परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव ना हो एवं मानसिक तनाव से कैसे बचा जा सकता है , अपनी दिनचर्या को किस तरह से सुधारा जा सकता है ,इसके बारे में बताया गया।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,मंडार में चल रहे “राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS +2स्तर)”के अंतर्गत “सात दिवसीय विशेष शिविर” के समापन सत्र में प्रधानाचार्य चतराराम द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर हीरालाल गहलोत ने सात दिवस में चली एनएसएस की विभिन्न गतिविधियों का ब्यौरा दिया। प्रोग्राम ऑफिसर ने बताया कि इन 7 दिवसों में स्वयंसेवकों ने योगाभ्यास द्वारा योग एवं व्यायाम एवं आसन सीखें। विद्यालय परिसर एवं विद्यालय के बाहर वाले भागों में जाकर साफ- सफाई कर श्रमदान किया।
गोद ली गई बस्ती में जाकर सर्वे कार्य किया एवं साफ-सफाई कर श्रमदान किया। विद्यालय -वाटिका में पेड़ पौधे लगाकर पेड़ों की क्यारियां बनाई और पौधों को पानी पिलाया गया। विद्यालय में पानी की टंकी की सफाई की, विद्यालय के कमरों की छतों की सफाई की, गैलरी एवं विद्यालय प्रांगण की साफ -सफाई कर श्रमदान किया। विद्यालय परिसर में पेड़ -पौधे लगाएं ,ट्री-गार्ड लगाए और पौधों को पानी पिला कर श्रमदान का कार्य किया। इस शिविर में विभिन्न वार्ताए रखी गई जिसमें” मतदाता जागरूकता “के बारे में बताया गया “यातायात नियमों की जानकारी” दी गई “योग एवं आसनों का हमारे जीवन में दैनिक महत्व “के बारे में बताया गया। आयुर्वेदिक चिकित्सक मनीष कराडिया द्वारा स्वयंसेवकों को “कोविड-19 एवं ओमिक्रोन “के बारे में किस तरह से सुरक्षा की जा सकती है ,उपाय बताएं।
छात्रों को परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव ना हो एवं मानसिक तनाव से कैसे बचा जा सकता है , अपनी दिनचर्या को किस तरह से सुधारा जा सकता है ,इसके बारे में बताया गया। सरपंच परबत सिंह देवड़ा द्वारा छात्रों को स्वामी विवेकानंद के आदर्शो को अपनाने के लिए कहा एवं बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने के लिए प्रेरित किया एवं बताया कि केवल किताबी ज्ञान ही अर्जित नहीं करें, व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित कर अपने परिवार, अपने गांव का नाम, अपने देश का नाम रोशन करें। इस शिविर में भोजन कैसे बनाया जाता है, आपस में किस तरह से रहा जाता है , भाईचारे एवं बंधुत्व की भावना का विकास कैसे हो? वहीं आपस में मिलजुल कर किसी कार्य को कैसे किया जा सकता है, यह छात्रों ने सीखा।
“भ्रमण कार्यक्रम” के अंतर्गत एनएसएस के स्वयंसेवकों ने “पावापुरी जीव मैत्रीधाम, भैरू तारक तीर्थ धाम एवं अरावली की सुंदर पहाड़ियों के दृश्यों को देखें एवं भ्रमण का कार्यक्रम किया। इस शिविर में स्वयंसेवकों ने वॉलीबॉल की प्रतियोगिता, रूमाल -झपट्टा खेल, कबड्डी प्रतियोगिता आदि खेल खेलें। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों ने गायन ,नृत्य ,नुक्कड़ नाटक ,एकांकी आदि प्रस्तुत किये। सह प्रभारी कालूराम रावल द्वारा छात्रों को बताया कि इस कैंप में सीखें अनुभवों को जीवन में अवश्य अपनाएं। स्वयंसेवक अरुण कुमार, ईश्वर लाल, सुरेश कुमार ,दानिश खान , मनीष, हर्ष, अनिल , जयेश, प्रिंस कुमार, विनोद कुमार आदि छात्रों ने अपने शिविर के अनुभवों को सबके समक्ष रखा एवं बताया कि शिविर में हमने सामाजिक जीवन में समाज सेवा एवं देश की सेवा कैसे की जा सकती हैं ? इसके बारे में काफी महत्वपूर्ण बातें सीखी, जिसे हम जीवन में अवश्य अपनाएंगे ।छात्र जीवन के अनुभवों को हम जीवन भर याद रखेंगे। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य चतराराम द्वारा सभी छात्रों को इस कैंप में अनुशासन बनाए रखने के लिए एवं निर्देशन में कार्य करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। उन्हें इस समाज सेवा शिविर में जितनी गतिविधियां हुई उनको अपने जीवन में अपनाने के लिए कहा और शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।