रेवदर। राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र अजमेर के तत्वाधान में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण एवं खेत दिवस का कार्यक्रम रेवदर तहसील के हड़मतिया गांव में संपन्न हुआ।
राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं योजना के प्रभारी डॉक्टर शिव लाल ने बताया कि इस प्रशिक्षण में 67 किसानों ने भाग लिया और उन्होंने किसानों को सौफ की कटाई उपरांत प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धन संबंधित जानकारी दी। इस मौके पर राजस्थान कृषि विभाग के डॉ. हेमराज मीणा, सहायक निदेशक उद्यान सिरोही ने उद्यान विभाग के अंतर्गत आने वाली योजनों को विस्तार से बताया एवं राष्ट्रीय बीज मसाला अनुसंधान केंद्र के ही वैज्ञानिक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी ने सौंफ में जैविक खेती के महत्व के बारे में बताया।
इसके अलावा प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में भी खास जानकारी को बताया। अनुसंधान के ही डॉक्टर एमडी मीणा ने बीजीय मसालों में आमदनी को दुगुना करने के विषय पर जानकारी दी एवं डॉक्टर चेतन कुमार जांगिड़ ने जैव उर्वरक एवं मृदा की उर्वरता के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय बीजीय अनुसंधान केंद्र के विभिन्न उत्पाद वितरित किए गए इसके अलावा 5 कृषकों को सौफ सुखाने हेतु ग्रीन शेड नेट वितरित किए गए।