पीथापुरा। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पीथापुरा के नवीन भवन में विद्यार्थियों की सुविधार्थ तत्कालीन प्रिंसिपल घनश्याम सिंह आढ़ा एवं सरपंच नानजीराम देवासी के आग्रह पर एवं ब्रह्म ऋषि विजययोगीजी महाराज की प्रेरणा से पीथापुरा के पूर्व उपसरपंच गणपत भाई पुरोहित द्वारा करीब पंद्रह लाख रुपये की लागत से अपने मातापिता जी की याद में शानदार कमरे एवं बरामदे का उम्दा निर्माण करवाया गया।
जिसका शुक्रवार को ब्रह्म ऋषि विजययोगीजी महाराज वासाड़ा, शंकरानंद सरस्वती जी महाराज जेतपुरा, रेवदर-आबूरोड विधायक जगसीराम कोली, मगरीवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष कृष्णवीर सिंह देवड़ा, एडवोकेट एवं प्रधान प्रतिनिधि अर्जुन देवासी, पीथापुरा पूर्व सरपंच नानजीराम देवासी, पूर्व उपसरपंच एवं भामाशाह गणपत भाई पुरोहित परिवार के हाथों से फीता काटकर लोकार्पण किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों, भामाशाह, सामाजिक कार्यकर्ताओं का भामाशाह परिवार एवं विद्यालय परिवार द्वारा माला, साफ़ा पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शंकरानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि इस मानव समाज में सुव्यवस्थित क्रमिक व्यवस्था हेतु ही यह कहा गया था कि जननी जणे तो ऐडा जणे के भक्त, दाता के शूर, नहीं तो रहिजे बाँझनी मत गुमावे नूर। जिसका अर्थ, भावार्थ यह है कि हर माता, मानव समाज में सुव्यवस्थित क्रमिक व्यवस्था हेतु अपनें एक पुत्र को भक्त, दूसरे को दाता यानी भामाशाह और तीसरे को शूर यानी क्षत्रिय बनाएं। जिससें समाज में भक्त पुत्र के कारण भक्ति, धर्म और शांति की व्यवस्था कायम रहेगी। साथ ही दाता यानी भामाशाह पुत्र के कारण मानव समाज के आवश्यक कार्य निरंतर बिना रुकावट के जारी रहेंगे। वही क्षत्रिय पुत्र के कारण मानव समाज में सुरक्षा व्यवस्था कायम रहेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रेरणा पुंज ब्रह्म ऋषि विजययोगीजी महाराज ने बताया कि मानव जीवन भगवान की सेवा का कार्य ही हैं। यदि कोई शिक्षा प्रदान कर रहा है तो वह शिक्षक के रूप में शिक्षा रूपी सेवा दे रहा हैं यह भी भगवान की सेवा का कार्य है क्योंकि नर में नारायण हैं। वैसे ही मानव का हर सकारात्मक सेवा कार्य भगवान की सेवा का कार्य हैं।
उन्होंने बताया कि हमारा स्वयं का कुछ नहीं है भगवान हमें जो देता है वही तो हम इस मानव समाज को अर्पित करते हैं। हमारे अंदर मेरा,मैं यह भाव नहीं होना चाहिए। ईश्वर ने हमें दिया इसलिए उसको हम ईश्वरीय सेवा कार्य में अर्पित कर रहे हैं। उन्होंने जीवन का बहुत बड़ा रहस्य बताया दिया कि मानव का अंतिम लक्ष्य शांति है और हम वह शांति बाहरी दुनिया में खोज रहे है जबकि वह परम शांति हर मानव के अंदर मौजूद हैं। आवश्यकता है धैर्य की, निश्वार्थ भाव की, दया की, क्षमा की और मन में भगवान की सेवा भावना की, हर मानव में राम को देखने की तो आपका पूरा जीवन परम शांति को प्राप्त करेगा।
इस दौरान उन्होंने नन्हें-मुन्ने विद्यार्थियों को कलम भेंट की साथ कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के विद्यार्थियों को मोटिवेशनल बुक भी भेंट की जो कि हंसाराम जी पुरोहित द्वारा लाई गई थी। आयोजित कार्यक्रम में पधारें विधायक जगसीराम कोली ने भामाशाह परिवार गणपत भाई पुरोहित का आभार व्यक्त किया जिन्होंने विद्यालय में शानदार कमरा और बरामदा बनाकर विद्यालय को भेंट किया। इस कार्यक्रम को मगरीवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष कृष्णवीरसिंह देवड़ा एवं शिक्षा विभाग से आए सीबीईओ घनश्याम सिंह आढ़ा, आरपी छगनलाल रावल, पूर्व सरपंच नानजीराम देवासी, एडवोकेट एवं प्रधान प्रतिनिधि अर्जुन देवासी, उपसरपंच कैलाश चौधरी आदि ने भी संबोधित किया।
इस दौरान कार्यक्रम में पूर्व सरपंच नानजीराम देवासी ने बताया कि ब्रह्म ऋषि विजययोगीजी महाराज के प्रेरणा स्वरूप ही हम इस जंगल में मंगल करवा पाएं हैं। उन्होंने बताया कि मेरे सरपंच कार्यकाल में यह जगह जंगल थी लेकिन ब्रह्म ऋषि विजययोगीजी महाराज की प्रेरणा, तत्कालीन प्रिंसिपल एवं वर्तमान सीबीईओ घनश्याम सिंह आढ़ा एवं हमारें गांव के लाडले दादा यानी गणपत भाई पुरोहित के अथक प्रयास से मेरे लिए यह कार्य आसान रहा। हमनें मिलकर विद्यालय के इस नवीन भवन के लिए प्रयास किया एवं आज यह भवन बनकर तैयार है।
उन्होंने बताया कि विजययोगीजी महाराज का हमें हमेशा सानिध्य प्राप्त हुआ उन्होंने विद्यालय में फर्नीचर हेतु हमें उम्दा सहयोग दिया साथ कमरा निर्माण कार्य एवं हमारे मनोबल को बढ़ाने का निरंतर कार्य किया। कार्यक्रम में माँ सरस्वती की दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना की गई। आयोजित उत्कृष्ट पुण्यशाली कार्यक्रम में अतिथियों के अलावा गणेश देवासी(जिन्होंने विद्यालय के प्रमुख गेट निर्माण की घोषणा की है।) ग्राम विकास अधिकारी रणजीत कुमार वाणिका(जिन्होंने विद्यालय के हर कार्य में ग्राम पंचायत की तरफ से सहयोग प्रदान किया), छगनलाल कोली सरपंच प्रतिनिधि पीथापुरा, हमीराराम देवासी, लक्ष्मण प्रजापत, पोपटलाल, बाबू भाई पुरोहित, प्रवीण भाई पुरोहित, नरपत पुरोहित जेतपुरा, सोमाराम रावल जेतपुरा, नटवर लाल कोली पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि, रमेश भाई पुरोहित उप प्रमुख दांतीवाड़ा, रामसिंह, कुशाल भाई, योगेश पुरोहित, संजय पुरोहित, मंगलाराम पुरोहित, डाया भाई पुरोहित, प्रभाराम,भरत कुमार, कांतिलाल, वगताराम चौधरी पूर्व सरपंच वरमाण, गणपत सिंह देवड़ा निम्बोडा, प्रकाशराज रावल जीरावल, नगाराम चौधरी निमतलाई, माधाराम देवासी सरपंच भेरूगढ़, मदन जोशी, वचनाराम देवासी एवं विद्यालय परिवार के समस्त स्टाफ सहित सैकड़ों ग्रामीण विद्यार्थी मौजूद थे कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों, ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों को प्रसाद का वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम में व्याख्याता तगाराम द्वारा उत्कृष्ट मंच संचालन किया गया।
कार्यक्रम में प्रिंसिपल हीरालाल गहलोत द्वारा आए सभी अतिथियों, भामाशाह एवं ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में भामाशाह परिवार के गणपत भाई पुरोहित द्वारा सभी आगन्तुकों का साधुवाद ज्ञापित किया गया।