
सिरोही । स्वास्थ्य सेवाओं में आशा सहयोगिनियों की महती भूमिका होती है। क्योंकि वह उसी क्षेत्र/उसी गांव अथवा कस्बे की निवासिनी होती हैं। उन्हें गांव अथवा कस्बे की प्रत्येक गतिविधियों, विशेष तौर पर महिला व बच्चों की विस्तृत जानकारी होती है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा महिलाओं को आशाओं के रूप में स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर पहुँचाने के लिये महती जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने आशा सहयोगिनियों को और अधिक सक्रियता से अपने दायित्वों को निर्वहन किये जाने हेतु प्रेरित किया और कहा कि उन्हें जो भी स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बन्धित जानकारी/प्रशिक्षण ऐसे सम्मेलनों में प्राप्त हों, वह उनका विस्तार अथवा उसकी जानकारी अपने पास-पड़ोस के लोगों तक अवश्य पहुँचायें। ताकि शासन की मंशा के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सभी को मिल सके। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में आशा सहयोगिनी का 8 दिवसीय आवासीय आधारभूत प्रशिक्षण का समापन जिला मुख्यालय पर हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार की अध्यक्षता में आशा सहयोगिनी का 8 दिवसीय आवासीय आधारभूत प्रशिक्षण का आज समापन हुआ। इस अवसर पर उनका प्रशिक्षण पूर्ण होने पर आशा सहयोगिनी को प्रमाण पत्र देकर सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने सम्मानित किया।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने इस अवसर पर बताया की स्वास्थ्य सेवाओं में आशा सहयोगिनियों की महती भूमिका होती है, क्योंकि वह उसी क्षेत्र/उसी गांव अथवा कस्बे की निवासिनी होती हैं। उन्हें गांव अथवा कस्बे की प्रत्येक गतिविधियों, विशेष तौर पर महिला व बच्चों की विस्तृत जानकारी होती है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा महिलाओं को आशाओं के रूप में स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर पहुँचाने के लिये महती जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने आशा सहयोगिनियों को और अधिक सक्रियता से अपने दायित्वों को निर्वहन किये जाने हेतु प्रेरित किया और कहा कि उन्हें जो भी स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बन्धित जानकारी/प्रशिक्षण ऐसे सम्मेलनों में प्राप्त हों, वह उनका विस्तार अथवा उसकी जानकारी अपने पास-पड़ोस के लोगों तक अवश्य पहुँचायें। ताकि शासन की मंशा के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सभी को मिल सके।

आरसीएचओ डॉ. विवेक कुमार ने बताया की आशा सहयोगिनियों से यह भी कहा कि वह शासन के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करती हैं। अतः भेदभाव रहित दिल से दृढ़संकल्पित होकर अपने दायित्वों का ईमानदारी के साथ निर्वहन करना सुनिश्चित करें और सदैव स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों, विशेष तौर पर महिला एवं बच्चों तक पहुँचाने हेतु तत्पर्य रहें।
जिला आशा समन्वयक ने बताया की 8 दिवसीय आवासीय आधारभूत प्रशिक्षण में आशा सहयोगिनी को 06 महत्वपूर्ण घटकों यथा- बच्चों के जीवन के प्रथम एक हजार दिन, एनीमियां रोकथाम, बच्चों में दस्त नियंत्रण, हैण्डवाश, पौष्टिक ऊपरी आहार व परिवार कल्याण कार्यक्रम बढ़ावा देने में आशा सहयोगिनियों को अपने-अपने क्षेत्र में जन जागरूकता लाने हेतु प्रेरित कर कार्य करती इस के बारे में प्रशिक्षण दिया। इस कार्यक्रम में ब्लॉक कार्यक्रम प्रबधंक मदन लाल भी उपस्थित रहे।