पिंडवाड़ा। क्या कभी आपने लक्ष्मी रूपी धन को जलाते देखा है ? हां लक्ष्मी रूपी धन यानी भारतीय मुद्रा रुपये पैसे। नहीं ना, लेकिन पिंडवाड़ा के तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन ने वह कारनामा कर दिखाया। यह वही तहसीलदार साहब! है, जो उनकी शिकायत होने के बाद अपनी अकड़ दिखाते हुए एपीओ होने पर भी स्टे लाकर वापस कुर्सी पर जम गए थे। सबसे ज्यादा वो लोग दोषी है जो ऐसे अकड़ू, भ्रष्टाचारी का सहयोग करते हैं। माननीय तहसीलदार साहब! आख़िर ईमानदार एसीबी टीम के हत्थे चढ़ ही गए।
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी के अनुसार एसीबी पाली द्वितीय इकाई में परिवादी द्वारा शिकायत की गई थी कि पिंडवाड़ा में प्राकृतिक पैदावार आंवल छाल का ठेका दिलवाने की एवज में पिंडवाड़ा तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन,परबतसिंह आरआई भांवरी के मार्फत एक लाख रुपये की घूस देने का दवाब डालकर परेशान कर रहा हैं। इस पर एसीबी टीम ने परबतसिंह आरआई भांवरी को एक लाख रुपये की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
परबतसिंह ने बताया कि उसने यह घूस की राशि तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए ली हैं। इस पर एसीबी टीम ने तहसीलदार के आवास पर दबिश दी। जिस पर तहसीलदार ने अपने आपको आवास में बंद कर करीब 15 से 20 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा को जला दिया। जिसका वीडियो खूब वायरल भी हुआ, बाद में एसीबी टीम ने दरवाजा तोड़कर आगे की कार्रवाई की एवं तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन को गिरफ्तार किया।