जैसलमेर। जिला कलक्टर आशीष मोदी द्वारा जिले के बहुआयामी विकास के लिए विभिन्न अभिनव प्रयोगों और नवाचारों के माध्यम से किए जा रहे बहुआयामी प्रयासों के अन्तर्गत एक और नवाचार किया जा रहा है, जिसमें जिले की राजकीय एवं अर्ध सरकारी संस्थाओ में सेवारत प्रतिभाओं की पहचान एवं इन्हें सूचीबद्ध करने के लिए जैसलमेर जिला प्रशासन द्वारा इन दिनों सर्वे किया जा रहा है।
इस बहुद्देशीय जिलास्तरीय सर्वे में जैसलमेर जिले के विभिन्न सरकारी एवं अर्ध सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थाओं व राजकीय उपक्रमों में कार्यरत उन अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों का सर्वे कराया जा रहा है जो कला, संस्कृति एवं साहित्य से संबंधित विभिन्न विधाओं में न्यूनाधिक रुचि रखते हैं।
की जा रही है प्रतिभाओं की जानकारी संग्रहित
जिला कलक्टर मोदी ने इसके लिए जिले के सभी सरकारी, अर्ध सरकारी कार्यालयों, राजकीय उपक्रमों एवं संस्थानों के अधिकारियों और प्रभारियों को आदेश जारी किया है। इसमें निर्देश दिए गए हैं कि अपने संस्थान/कार्यालय में लोक कला, संस्कृति, साहित्य, गायन, वादन, चित्रकला आदि विधाओं से संबंधित स्थापित दक्ष एवं नवोदित प्रतिभाओं, कलाकारों, साहित्यकारों, लेखकों, गायकों, चित्रकारों आदि सृजनधर्मी रचनाकारों की जानकारी जिला प्रशासन को 18 फरवरी तक प्रस्तुत करें।
जारी किया गया सूचना प्रपत्र
इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से बाकायदा प्रपत्र जारी किया गया है जिसमें अधिकारी/कर्मचारी/शिक्षक-शिक्षिका का नाम, स्कूल/कार्यालय/संस्थान, आवासीय पता, मोबाईल नम्बर, विधा विशेष में दक्षता आदि की जानकारी समाहित की जानी है।
क्षेत्रवार होगा समूहों का गठन
जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जिला प्रशासन की इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले भर से यह सूचना एकत्रित हो जाने के उपरान्त जिलास्तरीय समूह के साथ ही प्रत्येक ब्लॉक के लिए विधाओं के हिसाब से ब्लॉकवार समूहों का गठन किया जाएगा।
लोक जागरुकता संचार को मिलेगा सम्बल
उन्होंने बताया कि इन समूहों का उपयोग विभिन्न लोक जागरुकता कार्यक्रमों, आयोजनों में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी आम जन तक पहुंचाने तथा कोरोना जागरुकता/ वैक्सीनेशन आदि से संबंधित गतिविधियों के प्रति व्यापक लोक जागरुकता जगाने के लिए किया जाएगा।
मिलेगा प्रोत्साहन, अवसरों में होगी बढ़ोतरी
इससे जिले में सरकारी योजनाओं, अभियानों और लोक जागरण गतिविधियों के प्रभावी संचालन में मदद मिलेगी। सरकार की योजनाओं के बारे में इन विधाओं के जरिये जन-जन तक जन भाषा में जानकारी संवहित की जाएगी। इसके साथ ही प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध होने से समुचित प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा और आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। इन समूहों को समन्वित कार्ययोजना बनाकर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।