जैसलमेर। अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप का अवैध रूप से फायदा उठाने के लिए बाड़मेर जिले के निजी एवं सरकारी स्कूल में अल्पसंख्यक छात्रों के फर्जी आवेदन करने का मामला प्रकाश में आने के बाद अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि बाड़मेर जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धनवा, सिणधरी के छह सौ आवेदन पॉर्टल पर हैं, जबकि यहां अल्पसंख्यक वर्ग का एक भी विद्यार्थी नहीं है। इसी तरह गायत्री उच्च माध्यमिक विद्यालय भीमड़ा में 165 आवेदन हुए हैं, जबकि यहां केवल 4 छात्र ही अल्पसंख्यक वर्ग के हैं। यहां से प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही अन्य प्रदेशों की 28 संस्थाएं जुड़ी हुई है। मामला संज्ञान में आने के बाद अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने सम्बंधित अधिकारियों को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद शिक्षा विभाग ने पुलिस अधीक्षक को लिखित में रिपोर्ट दी है, इसके आधार पर बायतु एवं सिणधरी पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है।
बाहर की 28 संस्थाएं फर्जी तरीके से जुड़ी:-
अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के फर्जी तरीके से आवेदन होने के मामले में 28 संस्थाएं ऐसी पाई गई हैं, जो बाड़मेर जिले के बाहर की है। इनमें कुछ अन्य प्रदेशों की भी है। बाहरी प्रदेशो में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर, मिजोरम, आसाम, उड़ीसा राज्य के छात्रों का भी फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन किया गया है। अब मामले की जांच कराई जा रही है, जांच के बाद ही पूरा खुलासा हो पाएगा कि अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के आवेदन फर्जी तरीके से किसने और क्यों किए। इससे जुड़े और मामले कहाँ से हैं।
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने दिए जांच के आदेश:-
अल्पसंख्यक छात्रों के फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति के आवेदन करने का मामला प्रकाश में आने के बाद अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। मंत्री के निर्देश के बाद बाड़मेर के बायतु एवं सिणधरी थाने में फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कराया गया है। मंत्री शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करें, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करें। जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके। जांच के आदेश के बाद बाड़मेर की साइबर सेल टीम पूरे प्रकरण का पता लगाने में जुटी हुई है।