रेवदर। कोविड-19 टीका स्वस्थ व्यक्ति को ही लगाया जाता है ताकि भविष्य में कोविड-19,कोरोना वायरस से बचाव हो सकें। कोविड-19 बीमारी, कोरोना वायरस नाम के एक विषाणु से फैलने वाली बीमारी हैं।इस बीमारी में रोगी के फेफड़ों को काफ़ी नुकसान पहुंचता हैं। इस दौरान उसे बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ़ आदि लक्षण देखें जा सकते हैं। रेवदर फाउन्डेशन द्वारा कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने एवं टीके के प्रति अरूचि रखने वाले व्यक्तियों/समुदाय को प्रेरित करने के लिए ऑक्सफेम, उजास संगठन एवं प्रयास के सहयोग से पंचायत समिति बैठक हाल रेवदर में आयोजित पप्रशिक्षण को संबोधित करते हुए डॉ. हेमंत मीना चिकित्सा अधिकारी ने प्रेरणास्पद संदेश के माध्यम से कहा कि कोविड से रक्षा- टीका ही सुरक्षा अर्थात कोविड से बचाव के लिए टीका लगवाना सबसे कारगर उपाय हैं। कोविड का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है इसलिए सभी को लगवाना चाहिए। कोविड के टीके का मानव के लिए उपयोग से पूर्व निर्धारित मानको के अनुरूप पूर्ण परीक्षण किया गया। यह टीका सबसे पहले चिकित्सा विभाग एवं समुदाय की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कार्य करने वाले अग्रणी सभी व्यक्तियों को लगाया गया। इसलिए इससे डरने की कोई आवश्यकता नही है।
प्रयास संस्था चित्तौड़गढ़ से आए सामुदायिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ नरेन्द्र गुप्ता ने कोविड संक्रमण पर नियन्त्रण कैसे किया जा सकता है के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि पिछले डेढ वर्ष से पूरे विश्व को कोविड-19 (कोरोना) महामारी ने ऐसा जकड लिया है कि हम सब कि जिन्दगी ही बदल गयी है। यह रोग एक दम नया हे और अगर हो जाए तो उसके लिए कोई निश्चित दवा भी नही है।
पिछले 6 माह से इसको रोकने के लिए टीके (वैक्सीन) बने है जिनको युद्व स्तर पर पूरे विश्व में सभी राष्ट्रों में लगाये जा रहे है। किन्तु एक बडी जनसंख्या अभी भी टीको के प्रति अरूचि दिखा रही है और टीका नही लगवा रही है। टीके नही लगवाने के पीछे अनेक तरह कि भ्रांतिया है। इन भ्रांतियों को समाप्त करने एवं कोविड-19 के नियन्त्रण से लिए जागरूकता अभियान चलाया जाये।
उन्होंने संभागियों से प्रश्नोंत्तर के माध्यम से कोविड टीकाकरण के महत्व एवं उनकी भ्रान्तियों को विज्ञान के आधार पर समाप्त करने का प्रयत्न करते हुए कहा कि कोविड रोग भविष्य में नही हो के लिए टीका लगवाना है। यह स्वस्थ व्यक्ति को ही लगाया जाता है। कोरोना नियन्त्रण हेतु तीनों के स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है जैसे सूक्ष्मजीवी को समाप्त करने हेतु संक्रमित वायु से बचने के लिए मास्क का उपयोग जिसमें मुख्य रूप से मुंह एवं नाक को मास्क से ढके रखना अगर मास्क कपडे का है तो दो मास्क एक के उपर एक पहने, हाथों को बार बार साबुन से धोना एवं एक दूसरे से दूरी बनाये रखना
इसी प्रकार शरीर को इतना पुष्ठ बनाना जिससे कि वायरस को गंभीर संक्रमित करने से पहले रोक दे। इस हेतु प्रति रोधात्मक शक्ति के विकास के लिए पर्याप्त एवं संतुलित भोजन, पर्याप्त जल सेवन, चिंता मुक्ति एवं शारीरिक व्यायाम के साथ पर्याप्त नींद आवश्यक है। डाॅ. गुप्ता ने कहा कि हमें पहले से अधिक सावचेत रहने की आवश्यकता है। पिछले वर्ष यह संक्रमण गांवों की अपेक्षा शहरों में अधिक था किन्तु अब इस भ्रम में नही रहना कि यह रोग केवल शहरों तक ही सीमित है क्योकि अब संक्रमित अनेक व्यक्ति ग्रामीण क्षैत्र के मिल रहे है। इसके लिए सभी को आवश्यक निवारक कदम की ओर ध्यान देना होगा। निर्धारित आयु वर्ग के व्यक्तियों को शीघ्रातिशीघ्र कोरोना का टीका लगवा लेना चाहिए जिसके लिए सरकार द्वारा अति उत्तम व्यवस्था जिले के प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक की गयी है। उन्होंने अनेक उदाहरण के माध्यम से कहा कि टीका सुरक्षित है। टीका लगवाने से कोविड होने की संभावना बहुत ही कम होगी। यदि किसी कारण से कोविड हो भी गया तो इससे होने वाली मृत्यु में निश्चित रूप से कमी आयेगी।
स्थानीय प्रबुद्व व्यक्ति व सामाजिक कार्यकर्ता कान्ति राणा,साजिद भाटी, ईश्वर सिंह देवड़ा,सामाजिक कार्यकर्ता नीमपुरी,जीवन सारथी संस्थान से बलवंत मेघवाल, हीराराम सेन, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी विष्णुदान खाण,लेखक व पत्रकार नरेश दवे,गांवों का संगी समाचार पत्र के संपादक गोविन्द कुमार मंडार,धाण के सरपंच शंकर राणा,जितेंद्र चौधरी, राहुल जोशी आदि ने कहा कि सरकारी निर्देशानुसार अधिकाधिक कोविड टीकाकरण के लिए उनके द्वारा भी प्रयास किये जा रहे है। कोविड से कालग्रास बने व्यक्तियों के परिजनों के लिए सरकार द्वारा राहत एवं पंचायती राज द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
डॉ निक्की रामावत, प्रयास ने कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस प्रशिक्षण में रेवदर विकास खण्ड के लगभग 17 गांवों से गांव के अग्रसर/प्रबुद्व व्यक्ति, जनप्रतिनिधी, भोपा, पटेल एवं समूह मुखिया सहित 46 व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन रेवदर फाउन्डेशन के बृजमोहन शर्मा ने किया।
रेवदर से विशेष संवाददाता बृजमोहन शर्मा, संस्थापक निदेशक,रेवदर फाउंडेशन की,कोविड-19 टीकाकरण जागरूकता पर खास रिपोर्ट।