मंडार। खाकी वर्दी को शौर्य, स्वाभिमान, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक चिह्न माना गया हैं। खाकी वर्दी जब शरीर पर पहनी जाती है तब अलग ही आत्मविश्वास और गर्व महसूस होता हैं। खाकी वर्दी पहनना अपने आप में बड़े सौभाग्य का विषय माना जाता हैं। क्योंकि खाकी वर्दी गुनाह को खाक करने के लिए होती है, खाकी वर्दी आमजन में विश्वास कायम करती है और अपराधियों में भय पैदा करती हैं।
लेकिन आजकल कुछ घटनाओं के कारण खाकी खूब बदनाम हो रही हैं। कभी जालौर जिले के जसवंतपुरा के थानाधिकारी इश्क के चक्कर में विवादों में रहते हैं। वह एक महिला को घर के निर्माण कार्य हेतु मुफ़्त में बजरी दिलवाने का काम करने के बदले इश्क लड़ाते खूब बदनाम हुए। वही कुछ समय पूर्व जालौर जिले का ही एक पुलिस कांस्टेबल एक नाबालिक लड़की से भी इश्क लड़ाते खूब बदनाम हुआ था। इस पर जालौर पुलिस अधीक्षक ने दोनों को ही सस्पेंड कर दिया था। बात सिर्फ सस्पेंड करने की नहीं है जबकि इन दोनों की हरकत से पूरा पुलिस महकमा बदनाम हुआ।
वहीं दो दिन से सिरोही जिले के मंडार पुलिस थाने के एक पुलिस कांस्टेबल पर भी मंडार के समीप स्थित मगरीवाड़ा ग्राम पंचायत के धनपुरा गांव की एक लड़की को बहला फुसलाकर कर भगा ले जाने का आरोप लगा हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस कांस्टेबल पिछले कुछ दिन से छुट्टी पर गया है, वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस कांस्टेबल का बार बार धनपुरा आना जाना रहता था।
ऐसी घटनाओं से ग्रामीणों का खाकी से उठता विश्वास!
मंडार क्षेत्र के धनपुरा में हुई इस घटना से आस पास के गांव के लोगों का पुलिस से विश्वास कम हो रहा हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि जब पुलिस कांस्टेबल ही ऐसी घटना करेगा तो आम आदमी किस पर विश्वास करें। जबकि पुलिस ही हमारी सुरक्षा व्यवस्था होती हैं। इस प्रकार बाढ़ ही खेत को खायेगा तो फिर सिस्टम की पूरी व्यवस्था ही बिगड़ जाएगी।
समाज में बने बनाये सामाजिक ताने बाने को ऐसी घटनाओं से गहरी चोट पहुंचेगी। समाज में बनाई सगाई, विवाह जैसी सामाजिक व्यवस्था तार तार हो जाएगी। साथ ही जब सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाले विभाग का कार्मिक ही ऐसी घटना को अंजाम देगा तो खाकी वर्दी पर भरोसा कैसे किया जाए।
ऐसी घटनाओं से अनुशासित,नेक निर्भीक,ईमानदार एवं चरित्रवान पुलिस कार्मिकों की साख को भी पलीता लग रहा हैं। पुलिस विभाग में बैठे जिम्मेदारो को चाहिए कि अनुशासन के विषय पर थोड़ा चिंतन करें। पुलिस विभाग लोकतंत्र में एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी संभालने वाला महकमा हैं।