पामेरा। राजस्थान में सरकार द्वारा घर-घर औषधि योजना को प्रारंभ किया गया है इसे राजस्थान के वन विभाग के द्वारा चलाया जा रहा है। योजना के माध्यम से राज्य के सभी परिवारों को औषधीय पौधे वितरित किए जा रहे है, जिसमें तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ शमिल हैं। घर घर औषधि योजना के माध्यम से ये चारों औषधीय पौधों का वितरण बिल्कुल मुफ्त किया जाता है।
इसके चलते ग्राम पंचायत पामेरा में सरपंच प्रवीणा देवी व ग्राम विकास अधिकारी सुनिल माथुर ने तुलसी,गिलोय,अश्वगंधा एवं कालमेघ आदि के पौधों का वितरण किया।इन औषधीय पौधों के उपयोग से राज्य के लोगों की रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, जिससे उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी।
पंचायत सहायक जगदीश धारावत के अनुसार सरपंच प्रवीणा देवी गर्ग एवं ग्राम विकास अधिकारी सुनिल माथुर ने बताया कि देश में फैली महामारी के कारण कई लोगों ने अपनी जान खोई थी। जिन लोगों की इम्यूनिटी अच्छी थी वे इस महामारी से ग्रसित होने के बावजूद ठीक हो गए थे। वही कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों ने इस महामारी के सामने घुटने टेक दिए थे।
आने वाले समय में भी ऐसी महामारी आने का खतरा बरक़रार है, इसलिए राजस्थान सरकार अपने राज्य के लोगों को स्वस्थ रखने हेतु उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति राज्य के लोगों को जागरूक बना रही है। आयुर्वेद में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ जैसे औषधीय पौधों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी औषधि बताया है।
सरपंच प्रवीणा देवी ने लोगों से अपील की और कहाँ कि वे आयुर्वेद का उपयोग करें साथ ही हर घर में ये चार औषधीय पौधे लगाकर दैनिक रूप से इनका इस्तेमाल करने का आह्वान भी किया।इस अवसर पर पंचायत सहायक जगदीश राव,गणपत सिंह राव,जगदीश धारावत व रोजगार सहायक पोपटलाल सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
पामेरा से हमारे विशेष संवाददाता जगदीश धारावत की ख़ास रिपोर्ट।