पामेरा। एजुकेट गर्ल्स की स्थापना वर्ष 2007 में की गई थी। यह संस्था भारत की शिक्षा प्रणाली में व्याप्त लैंगिक असमानता के मूल कारण में निहित मुद्दों के समग्र समाधान के लिए प्रयासरत है। …
इसका मिशन सभी बालिकाओं के विद्यालय जाने और उनके बेहतर शिक्षण को सुनिश्चित करने हेतु मौजूदा सामुदायिक एवं सरकारी संसाधनों में वृद्धि लाना है। ग्रामीण अंचल की किशोरियों के लिए जीवन कौशल विकास एक महती आवश्यकता हैं ,यह जीवन जीने की कला सिखाता हैं। हमें निर्णय लेना,तार्किक चिंतन ,आत्मनिर्भरता ,आत्मविश्वास आदि कौशलो का विकास होता हैं। पामेरा गांव के राजीव गांधी सेवा केंद्र में एजुकेट गर्ल्स द्वारा किशोरी बैठक का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं समुदाय में बालिका शिक्षा का वातावरण निर्माण के लिए संस्था एजुकेट गर्ल्स, राजस्थान शिक्षा परिषद के साथ एमओयू के तहत कार्य कर रही हैं। एजुकेट गर्ल्स संस्था की ब्लॉक ऑफिसर प्रियंका चौहान ने बताया कि जिले से शिक्षा विभाग के निर्देशन में संस्था प्रारंभिक शिक्षा में दाखिला दिलाने के साथ साथ माध्यमिक स्तरीय शिक्षा के लिए भी प्रयासरत हैं।
किशोरी कोच रमेश कुमार भट्ट ने बताया कि शाला त्यागी किशोरियों के लिए शिक्षा के दूरस्थ विकल्प जैसे राजस्थान स्टेट् ऑपेन में फॉर्म भरवाकर उन किशोरियों के लिए चार माह तक शिक्षण में सहयोग के लिए संस्था ने कैम्प विद्या का आयोजन समुदाय स्तरीय शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए हैं। गाँवो में संस्था किशोरी बालिका के लिए शिक्षण एवं जीवन कौशल वृद्धि के लिए कार्यरत हैं। उसी कड़ी में हर गांव स्तर पर किशोरियों की शिक्षा के लिए पैरवी करने के लिए किशोरी समूह बनाये गए हैं। साल भर में संकुल स्तरीय दो बैठक करके उन किशोरियों द्वारा सीखे अनुभव साँझा करवाये गये व प्रतिभाओं को आगे मंच प्रदान करना मूल उद्देश्य हैं। साथ ही संगीत, नाट्य, लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। उन में प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाली किशोरियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
10 गाँवो से किशोरियों ने उक्त बैठक में भाग लिया। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा किशोरियों को आगे पढ़ने के लिए हौसला अफजाई किया गया। ग्रामीण अंचल की किशोरियों के लिए जीवन कौशल विकास एक महती आवश्यकता हैं ,यह जीवन जीने की कला सिखाता हैं। हमें निर्णय लेना, तार्किक चिंतन, आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास आदि कौशलो का विकास होता हैं। संस्था इन किशोरियों के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रदत्त जीवन कौशल पर कार्य कर रही हैं।इस अवसर पर पामेरा सरपंच प्रवीणा देवी गर्ग,बालिका शिक्षा यूथ प्रभुराम मेघवाल,जयंतीलाल,ट्यूटर शिवानी शुक्ला,कीर्ति चौहान,ज्योति परमार व पंचायत कार्मिक पोपटलाल,जगदीश राव,गणपत सिंह,जगदीश धारावत व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इंदिरा देवी राव मौजूद थे।
पामेरा से जगदीश धारावत की बालिका शिक्षा पर खास रिपोर्ट।