जयपुर। प्रदेश के मदरसों में वैश्विक महामारी से बंद हुई शैक्षणिक गतिविधियों को वापस शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। इनमें कोरोना रोकथाम उपायों के साथ शैक्षणिक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि राजस्थान सरकार के स्कूल शुरू करने के निर्देशों के साथ अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से संचालित छात्रावास शुरू कर दिए गए हैं। उनके मुताबिक राजस्थान मदरसा बोर्ड से पंजीकृत मदरसों में 8 फरवरी से शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि राजस्थान सरकार की जारी कोरोना रोकथाम गाइड लाइन के अनुसार मदरसों में शिक्षण कार्य संचालित किया जाए। साथ ही मदरसों की समय समय पर जांच कर शैक्षणिक गुणवत्ता को परखने, बच्चों के लिए बैठक व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्था देखने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय हैं कि राजस्थान मदरसा बोर्ड से प्रदेश के 3250 मदरसा पंजीकृत हैं, इनमें करीबन 1 लाख 92 हजार बच्चे अध्ययनरत हैं।
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद के निर्देश के बाद राजस्थान मदरसा बोर्ड सचिव ने प्रदेश के समस्त जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि राजस्थान मदरसा बोर्ड से पंजीकृत उच्च प्राथमिक मदरसों में शिक्षा विभाग के जारी निर्देशों की पालना करते हुए शिक्षण कार्य प्रारंभ किया जाना सुनिश्चित करावें।
अल्पसंख्यक छात्रावास शुरू:
अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र छात्राओं के लिए संचालित अल्पसंख्यक बालक- बालिका छात्रावास कोविड 19 की वजह से लंबे समय तक बन्द रहने के बाद अब वापस शुरू कर दिए हैं। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाले मोहम्मद ने गत दिनों इसको लेकर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।