
रेवदर। विकास अधिकारी रेवदर मनहर विश्नोई ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारियों को कहा कि ग्राम पंचायत में समग्र विकास की तरफ ध्यान रखा जाए साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी सरकार की योजनाओं का लाभ मिले।

विकास अधिकारी ने सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारियों को कहा कि यदि विद्यालय में पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है तो विशेष ध्यान रखकर इस कार्य को प्राथमिकता से पूरा करवाया जाए। साथ ही जहाँ पर शौचालयो का निर्माण किया गया है वहाँ पर शौचालय सक्रिय रूप में होने चाहिए उसमें पानी आदि की सुविधा उपलब्ध होनी ही चाहिए ताकि आमजन उसका उपयोग कर सके एवं स्वच्छता कायम रहे। उन्होंने मिड डे मील हेतु कमरे के संबंध में भी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत को गांव में शिक्षा,स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास की तरफ भी पूरा फोकस करना चाहिए।

राजस्थान पंचायतीराज आमुखीकरण प्रशिक्षण अभियान 2020-21 के पहले दिन शुभारंभ में शिक्षा विभाग से अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पूनम सिंह सोलंकी ने बहुत ही अच्छे तरीके से क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति, विद्यालय की स्थिति एवं शैक्षिक कार्यकलापों की जानकारी विस्तृत रूप में प्रदान की साथ शिक्षा विभाग एवं ग्राम पंचायत के बीच विकास संबंध पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारियों को उनके शिक्षा के प्रति अधिकार एवं जिम्मेदारियों का भी बेहतरीन तरीके से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी गांव में शिक्षा के उत्थान में उम्दा भूमिका निभा सकते हैं। यह सब बातें, चर्चा पंचायत समिति रेवदर के सभा भवन में शुरू हुए सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारियों के पंचायत समिति स्तरीय पांच दिवसीय सयुंक्त प्रशिक्षण अभियान में कही गई थी। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण अभियान का शुभारम्भ आज विकास अधिकारी रेवदर मनहर विश्नोई द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में इस दौरान विकास अधिकारी मनहर विश्नोई,अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पूनमसिंह सोलंकी, अतिरिक्त विकास अधिकारी शंकरलाल, पीओ भरत सिंह वाघेला, बाल विकास विभाग सुपरवाइजर मीना देवी, सारद संस्थान से सुनीता शर्मा, सुनीता बैरवा, सहायक अभियंता दिनेश कुमार एवं रेवदर पंचायत समिति के सरपंचगण मौजूद रहे जिसमें रेवदर सरपंच अजबाराम चौधरी, गुंदवाड़ा सरपंच वगताराम चौधरी, सोरडा सरपंच लेहराराम भाट, जीरावल सरपंच कांतिलाल कोली, भटाणा सरपंच भवानी सिंह देवड़ा, पामेरा सरपंच प्रवीणा देवी गर्ग, गुलाबगंज सरपंच निरमा देवी मेघवाल, पोसीतरा सरपंच महेंद्र कुमार मेघवाल, हरणी अमरापुरा सरपंच फैंसी देवी भील, मगरीवाडा मफाराम भील, डाक सरपंच राधा देवी, सोनेला सरपंच पीराराम मेघवाल, पीथापुरा सरपंच मसरूदेवी कोली, रायपुर सरपंच छगनलाल कोली, निम्बज सरपंच ज्योति देवी, नागाणी सरपंच भारती देवी, डबाणी सरपंच के.पी. सिंह देवड़ा, मकावल सरपंच पवनी देवी, भेरूगढ़ सरपंच माधाराम देवासी सहित कई सरपंच गण मौजूद थे। आयोजित प्रशिक्षण में ग्राम विकास अधिकारियों में रणजीत कुमार वणिका, रतन सिंह देवड़ा, कृष्णलाल राणा, श्रवण कुमार, महेंद्र कुमार खंडेलवाल, प्रकाश कुमार देवासी, प्रवीण कुमार सुथार, रमेश कुमार सुथार, गोविन्द सैनी, रमेश प्रजापत, लक्ष्मीलाल जीनगर, रतनदीप सिंह राव, कमलेश कुमार पुरोहित, कन्हैया लाल लखारा, प्रभुराम देवासी, डूंगरसिंह देवड़ा, सत्यनारायण कुमावत, कुशला राम आदि उपस्थित थे।