कालन्द्री। सावन मास की हरियाली झूला तीज पर वलदरा गांव में देवासी समाज की महिलाओं ने मंगल-गीत गाते हुए जै-कारों के साथ गांव के कांकेरा तालाब का पूजन किया।
पंडित अशोक श्रीमाली ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तालाब पूजन करवाया।इस दौरान भाई-बहिन द्वारा समुन्द्र मंथन कर पूजा अर्चना की गई साथ ही भाई-बहिन के अटूट प्रेम को परिलक्षित करते हुए भाईयो ने बहिनो को चुनड़ी ओढ़ाकर बहिन के सफल दाम्पत्य जीवन की कामना के साथ सुरक्षा का वचन दिया।
इस दौरान बहिनों ने भी भाईयों की लम्बी उम्र की कामना की तथा तालाब के चारों ओर परिक्रमा लगाई। इस दौरान सबसे पहले उन महिलाओं में से सबसे बड़ी उनकी देवी पत्नी मगाराम गोंगल से तालाब पूजन की शुरूआत की गई।
इस दौरान सरतरा सरपंच पेपी देवी पत्नी गीरीश कुमार ने भी विधि-विधान से तालाब पूजन किया। इस दौरान वनकीदेवी, कोकूदेवी, जमनादेवी, सोनीदेवी, लवगा देवी समेत अन्य महिलाओं ने भी अपने भाईयों के साथ तालाब पूजन किया।
इस दौरान मगाराम, लाखाराम, पवन देवासी, गीरीश, प्रभाराम, लालाराम, ओबाराम, गोकलाराम, सरूपाराम, खेताराम, राजाराम, नरिंगाराम, दलाराम, शंकर, मोतीराम, हंसाराम, हतनाराम, रूपाराम, जीवाराम समेत देवासी समाज के कई बन्धु मौजूद रहे।
इस दौरान तालाब पूजन कर रही प्रत्येक महिला ने कांकेरा तालाब की पाल सुरक्षा दीवार को मजबूत करने के लिए 365 तगारी मिट्टी पाल पर डाली साथ ही क्षेत्र में अच्छी बरसात के लिए इन्द्रदेव को रिझाने हेतु उनके जै-कारों के साथ ही मंगलगीत गाते हुए ढोल की ताल पर नृत्य भी किया।
कालंद्री से हमारे विशेष संवाददाता सुरेश पुरोहित की ख़ास रिपोर्ट।