रेवदर। किसी विद्वान ने सही कहा है, कि इस दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं जिसे करना असंभव हो। यानी किसी भी कार्य को अपने सच्चे प्रयास से संभव किया जा सकता हैं। बस उस कार्य को करने हेतु आपकी भावना पवित्र होनी चाहिए। ऐसी ही भावना के साथ रेवदर में जीवन सारथी संस्थान कार्य कर रही हैं। इस संस्थान के संस्थापक बलवंत कुमार मेघवाल एवं उनकी टीम सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर कार्य कर रही हैं। जीवन सारथी टीम चाहे बात हो सर्दी के समय गरीब, जरूरतमंद लोगों में कंबल और गर्म कपड़े वितरण की या त्योहारों के अवसर पर गरीब बच्चों को मिठाई खिलाकर त्योहार मनाने की। इस पुनीत कार्य में टीम हमेशा आगे रही हैं।
इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण, हरित राजस्थान की कल्पना को धरातल पर साकार करने की दिशा में भी जीवन सारथी टीम कार्यशील हैं। सेलवाड़ा रोड पर जीवन सारथी टीम द्वारा सीमेंट से बनाये गए पानी के टैंक में, समय-समय पर पानी डलवाया जाता है और उस पानी से रोजाना वहाँ पर जो पौधरोपण टीम द्वारा करवाया गया है। उन पौधों को पानी पिलाया जाता हैं। एक प्रकार से जीवन सारथी टीम उन पौधों को इस बंजर भूमि में नया जीवन देने का काम कर रही हैं।
यह कार्य पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतरीन कदम हैं। हरित राजस्थान अभियान को भी इससे बल मिलेगा। गौरतलब है कि जीवन सारथी टीम द्वारा रेवदर विद्युत विभाग के साथ मिलकर विद्युत से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए एक जनसुनवाई शिविर भी आयोजित करवाया गया था एवं उसमें सहयोग प्रदान किया था। यदि जीवन सारथी संस्थान की तरह बाकी एनजीओ भी इसी तरह सक्रिय भूमिका अदा करे तो निःसंदेह समाज में अच्छे परिणाम जरूर दिखाई देंगे। हमें ऐसी जीवन सारथी जैसी संस्थान को विशेष सहयोग करना चाहिए, ताकि सामाजिक न्याय की तरफ बढ़ सके। भारत के संविधान की प्रस्तावना में भी सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय की बात पर विशेष जोर दिया गया हैं।
टीम सदस्यों ने कोरोना काल में सच्चे जीवन सारथी की भूमिका अदा की
इस टीम के सदस्यों द्वारा रेवदर एवं आस पास गांवों में एक सच्चे जीवन सारथी की तरह कोरोनाकाल में लोगों की मदद की। चाहे बात हो मास्क वितरण की या भोजन सामग्री वितरण की जीवन सारथी टीम हमेशा सहयोग में आगे रही।