राज्य सरकारे लॉक डाउन की बजाय थोड़ी सख्ती ज्यादा कर देवे। जनजागृति पर ज्यादा जोर देवे। मास्क का अनिर्वाय उपयोग कर देने पर जोर दे, दो गज की दूरी की पालना सुनिश्चिता करें। लापरवाही बरतने वाले लोगों एवं दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई करें। दुकान सीज की जाए, भारी जुर्माना लगाया जाए। लेकिन लॉक डाउन नहीं होना चाहिए।
आमजन का रोजगार खूब प्रभावित हुआ है पूर्व में भी एवं वर्तमान में भी खूब प्रभावित हो रहा हैं। साथ ही लॉक डाउन से कालाबाजारी एवं जनता की परेशानी भी खूब बढ़ रही हैं। सरकारे चाहे तो बाजार में दुकानों का समय कम कर दे, सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखें। साथ ही शनिवार एवं रविवार की साप्ताहिक छुट्टी करवा देवे। क्योंकि लॉक डाउन कोरोना का पूर्ण समाधान नहीं हैं।
आमजन की जनजागरूकता एवं सरकारो की कोरोना गाइडलाइंस की पालना में सख्ती से ही कोरोना हारेगा। आमजन को मास्क पहनने एवं दो गज की दूरी की पालना सुनिश्चित की जाए। कोरोना हारेगा, हम जंग जीतेंगे ही। आमजन के लिए रोजगार भी जरूरी है, उसके परिवार का पालन पोषण भी जरूरी हैं। जिसे सरकार पूर्ण नहीं कर सकती है, समन्वयन से समाधान होगा।
आपका अपना गोविन्द मंडार, संपादक गांवों का संगी।