जीरावल। पटवारी प्रशासन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। राज्य व केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर लागू करने में पटवारी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पटवारी के कार्य की बहु-आयामी राजस्व, प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकृति के मद्देनजर ग्रेड पे 3600 (पे लेवल-10) किया जावें। इस बाबत पूर्व में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में लिखित समझौता भी हो चुका है लेकिन राज्य सरकार उसे लागू नहीं कर रही है। इस सम्बन्ध में प्रदेशभर के पटवारी करीब दो साल से गांधीवादी तरीके से अपनी मांग मनवाने के लिए आंदोलनरत है लेकिन सरकार मांग नहीं मान रही है। जिस कारण 15 जनवरी से अतिरिक्त सर्कल के कार्य का बहिष्कार किया हुआ है।
राज्य सरकार के खनिज एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के जीरावल प्रवास के दौरान रेवदर पटवार संघ का एक प्रतिनिधि मण्डल मंत्री से मिलकर पटवारियों की मांगो के निस्तारण करने के सम्बन्ध में ज्ञापन दिया गया।
पटवार संघ की ओर से मंत्री को दिए ज्ञापन में बताया कि पटवारी प्रशासन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। राज्य व केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर लागु करने में पटवारी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पटवारी के कार्य की बहु-आयामी राजस्व प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकृति के मद्देनजर ग्रेड पे 3600 (पे लेवल-10) किया जावें। इस बाबत पूर्व में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में लिखित समझौता भी हो चुका है लेकिन राज्य सरकार उसे लागु नहीं कर रही है।
इस सम्बन्ध में प्रदेशभर के पटवारी करीब दो साल से गांधीवादी तरीके से अपनी मांग मनवाने के लिए आंदोलनरत है लेकिन सरकार मांग नहीं मान रही है जिससे 15 जनवरी से अतिरिक्त सर्कल का कार्य बहिष्कार किया हुआ है। इसी कड़ी में प्रदेश के पटवारी जयपुर में धरने पर बैठे है, मंत्री महोदय ने पटवारियों को आश्वस्त किया कि पटवारी की वाजिब मांगों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाया जायेगा।
इस दौरान उपशाखा अध्यक्ष छगनपुरी गोस्वामी, शंकरलाल प्रजापत, अशोक विश्नोई, भंवरलाल विश्नोई, मीना पंचाल व सुखदेव पुरोहित उपस्थित रहे।